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शनिवार, 7 सितंबर 2024

सुहाग का पर्व हरतालिका तीज : पति की लंबी आयु के लिए पत्नियों ने रखा निर्जला व्रत


क्रॉसिंग रिपब्लिक के स्काई टेक फेज 2, में सामूहिक रूप से महिलाओं ने पूरे विधि विधान से हरतालिका तीज की पूजा की।

मधुलिका श्रीवास्तव ने बताया कि पति की लंबी आयु और स्वस्थ काया के लिए भादपाद्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को हरतालिका तीज मनाया जाता है।सुहागिन महिला सुबह चार बजे हीं सरगही के रूप में कुछ मीठा खा लेती है फिर दिन भर निर्जला उपवास करती है। 16 श्रृंगार कर सुहागिन महिलाएं पूजा के लिए त्यार होती है।शाम को पंडित जी घर पे आते है और तीज की विधिवत पूजा कराते है। पूजा में मिट्टी से भगवान शिव-पार्वती की मूर्ति बनाई जाती है।माता पार्वती को श्रृंगार का समान भी चढ़ाया जाता है।

फल, फूल मिठाई और गुजिया एवं खजूर का विशेष प्रसाद होता है।  सारी महिलाएं पंडित जी से तीज व्रत का कथा सुनती है।

सामूहिक पूजा में मुख्य रूप से *मधुलिका श्रीवास्तव,अंजू सिंह, किरण पांडे, मीतू लाभ, रीना श्रीवास्तव, सावित्री गुप्ता,अन्नू चौहान,सीमा गुप्ता, प्रियंका कुमारी, अर्चना श्रीवास्तव,सोनी लाल,रूबी, आशा,नीलम गुप्ता,   और अंजू श्रीवास्तव शामिल थी।
पूजा आरती के बाद भगवान शिव पार्वती की मूर्ति के सामने अखंड दीप रात भर जलता रहता है और वही पे व्रती सोती भी है।

अगले दिन सुबह फिर विसर्जन पूजन करने के बाद ही पूजन संपन्न होता है। उसके बाद मीठे शर्बत के साथ व्रत तोड़ा जाता है।फिर सात्विक भोजन किया जाता है।
हरतलिका तीज मुख्यतह बिहार और पूर्वांचल में एक बड़े त्योहार एवं पूरी आस्था के साथ मनाया जाता है।

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