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शुक्रवार, 13 सितंबर 2024

कनाडा में धड़कता भारतीय दिल ( भाग 3) : छोटे से खूबसूरत शहर बैन्फ़ (BANFF) में भी तीन तीन भारतीय भोजनालय

● Dr. Ashok Srivastava in Canada -2024 (3rd  Episode)

पिछले एपिसोड में हमने अल्बर्टा राज्य के शहर केलगिरी में भारतीय भोजनालय का बात की थी. केलगिरी एक बड़ा शहर है जहाँ आबादी काफी है और हवाई अड्डा भी है तो वहां तो ऐसे रेस्तरां मिलना स्वाभविक था लेकिन केलगिरी से 160 किलोमीटर दूर ज़मींन से 4000 फीट उपर बसे शहर में जिसकी आबादी हमारे एक गाँव से भी कम है लेकिन पर्यटन स्थल गजब का होने के कारण पूरे दिन शहर में भीड़भाड़ लगी रहती है. विश्व के कोने कोने से लोग यहाँ दिखाई पड़ते हैं...बैन्फ़ के दर्शनीय स्थल के  लिए एक अलग से एपिसोड लिखूंगा लेकिन अभी तो बात चल रही है भारतीय भोजन की उपलब्धता पर जिस पर हमारा सारा ध्यान केद्रित हैं...जी साहिब बैन्फ़ में भी हम तो भारतीय भोजन को तलाश भी नहीं रहे थे क्योंकि उम्मीद कम थी लेकिन घूमते घूमते एक नही. दो नहीं बल्कि तीन तीन रेस्तरां मिले,  जिनके नाम थे. ज़ायका, मसाला और इंडियन बिस्तरों..सभी बैन्फ़ अवेन्यु पर...आश्चर्य हुआ...और हमने बिना समय गवाएं जायका जो की पहली मंजिल पर था पहुँच गये...

बड़ा अच्छा लगा देख कर बहुत नही खूबसूरत तरीके दक्षिण एवं उतरी भरतीय संस्कृति के समावेश से सजाया गया था, अनेक स्थानों पर अनेक भगवानो की तस्वीरें, मूर्ति लगी हुई थी...बुफे खाना लगा हुआ था...वेज-नॉन वेज दोनों की कई डिशेज लगी हुई थी, सलाद भी कई तरह का, गर्म गुलाब जामुन, आइसक्रीम, रोटियां भी कई तरह की...बस रहा नही गया पहले दाम पूछ लिया की भाई कहीं जेब न खाली हो जाए तो मालूम पड़ा को की मात्र 22 कैनेडियन डॉलर प्रत्येक व्यक्ति..फिर तो हम सब लोग टूट पड़े...भूख जो भयंकर लगी थी...

खाना था बहुत ही स्वादिष्ट और मज़ेदार. भर पेट खाने के बाद रेस्तरां की  कुछ जानकारी ली तो मालूम पड़ा की इसके मालिक हैं श्री अनीश योहन्नान जी जो की केरल से हैं और होटल लाइन का एक बृहद अनुभव रखते हैं..लेकिन जिन्होंने हमारी खातिरदारी बहुत ही बढ़िया तरीके से करी वो थे मेनेजर साहिब श्री नरेन् कुमार हैदराबाद से...पूरा स्टाफ बहुत ही विनम्र था..

नरेन् ने बताया की अभी दो वर्ष पहले ही यह रेस्तरां ज़ायका शुरू हुआ है और यहाँ पर सुबह दक्षिण भारतीय नाश्ता होता है. दोपहर में मिक्स होता है और डिनर में उतरी भारतीय भोजन चलता है जिसको खाने के लिए भारतीय तो आते ही हैं साथ में सभी देशों के लोग भी बहुत आते हैं...शाम को जगह मिलनी मुश्किल होती है..क्योंकि साथ में बार भी चलता है..

मन तो था की दो और रेस्तरां को देख लें लेकिन हमारे केबल कार गंडोला का समय हो चला था इस लिए बस आपको नाम बता दिए हैं ...अब  आप यहाँ आयें निश्चिंत हो कर अपने देशी भोजन को छक कर खाएं...

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