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सोमवार, 5 अगस्त 2024

तहसीलदार के बिगड़े बोल,पीड़ित किसान से कहा अब्बै दे अब्बै दे अब्बै हम चा थै, और कह कर उखड़वाया खेत मे लगा आम व नीम का पेड़

तहसीलदार के बिगड़े बोल,पीड़ित किसान से कहा अब्बै दे अब्बै दे अब्बै हम चा थै, और कह कर उखड़वाया खेत मे लगा आम व नीम का पेड़

अयोध्या जनपद के बीकापुर के तहसीलदार ठाकुर धर्मेंद्र सिंह और मामला है चौकी मोतीगंज के गांव जासरपुर एक अगस्त का ।जहां एकतरफ योगी सरकार वृक्षारोपण कार्यक्रम का अभियान चला नित नए कीर्तिमान स्थापित करने में जुटी हैं तो वही इन जैसे अधिकारी उनके कामों पर पलीता लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं, जबकि रोज यही अधिकारीगण वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत इस वक्त पौधरोपण कर रहे हैं तो फिर आखिर यहां क्या हो गया कि यही अधिकारी इस गांव में जा कर पीड़ित किसान के अपने चक में लगे इको फ्रेंडली जैसे पेड़ो आम और नीम को कटवा कर फेकवा दिया गया। यही भर नही इस फलदायी पौधों को उखाड़कर कर फेकवाने के लिए तहसीलदार धर्मेंद्र सिंह को कानूनगो, लेखपाल के साथ दो दरोगा और साथ में एक महिला दरोगा के साथ भारी भरकम पुलिस बल को लेकर जाना पड़ा और अपनी मौजूदगी में इस फलदाई पेड़ को उखाड़कर फेकवना पड़ा।दरअसल यह मामला है कोतवाली कादीपुर के चौकी मोतीगंज के गांव जासरपुर के रमाशंकर दूबे दूसरा पक्ष राम निहाल दूबे का हैं, यह मामला एक अगस्त का बताया जा रहा है। जहां रमाशंकर दूबे के पुत्र प्रवेश दूबे का कहना है कि विपक्षी के बहकावे में आ कर तहसीलदार द्वारा मय फोर्स हमारे घर के बगल स्थिति खेत जिसकी गाटा संख्या 539 में लगे आम और नीम के पेड़ जो लगभग आठ फिट का था कटवा दिया गया। और जबरन सुलह करवा लिया।
पीड़ित युवा किसान इस सदमे में है कि उससे क्या गुस्ताखी हो गई कि अपने खेत मे लगाए गए पेड़ से विपक्षी व तहसीलदार को आपत्ति हो गई।और घर के दरवाजे पर पहुँच कर तहसीलदार साहब ने इस नफासत भरे शब्दो से नवाजा। फिलहाल पीड़ित युवा किसान प्रवेश दूबे ने अपनी फरियाद तहसील दिवस में पहुंच लगाई है। हम अपने दर्शकों से कहेंगे एक बार फिर से यह इस वीडियो देखें व सुने और तहसीलदार के बोले गए नफासत भरे शब्दो पर निर्णय करे।

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