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गुरुवार, 25 जुलाई 2024

खीरी : मॉकड्रिल में सिखाये आपदा प्रबंधन के गुर, जिला प्रशासन ने परखे सुरक्षा इंतजाम

लखीमपुर खीरी 24 जुलाई। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में बचाव व राहत कार्यों को संचालित करने के उद्देश्य से रिस्पांसिबल ऑफिसर/डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल, सेफ्टी आफिसर/एसपी गणेश प्रसाद साहा, सीडीओ अभिषेक कुमार व इंसीडेंट कमांडर/एडीएम संजय कुमार सिंह के कुशल मार्गदर्शन एवं देखरेख में सदर तहसील के ग्राम श्रीनगर के कर्बला मैदान पर मॉक ड्रिल का आयोजन हुआ। माकड्रिल में प्रशासन ने बाढ़ में डूब रहे लोगों को बचाने, प्रभावित क्षेत्र में खाद्यान्न उपलब्ध कराने, दवा वितरण आदि का पूर्वाभ्यास किया।

ग्राम श्रीनगर के कर्बला मैदान से रिस्पांसिबल ऑफिसर/डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल के निर्देशन में इंसीडेंट कमांडर/एडीएम संजय कुमार सिंह ने ग्राम लंगडीपुर और ग्राम गूम के लिए एक-एक टीम रवाना की। पहली टीम बाढ़ के सम्भावित ग्राम गूम के लिए रवाना हुई, जहां पहुंचकर टीम ने ग्राम को खाली कराया। ग्राम वासियों को सुरक्षित स्थान पर बसाया। दूसरी टीम ग्राम लगड़ीपुर के लिए रवाना हुई। जहा से बाढ़ के पानी में डूबते दो व्यक्तियों को बचाकर राहत शिविर गजोधर प्रसाद इंटर कॉलेज में लाकर चिकित्सा शिविर में लाया गया।

घटना स्थल ग्राम लगड़ीपुर में शारदा नदी में बाढ़ आ जाने से क्षेत्र में पैदा हुई बाढ़ की स्थिति में राहत एवं बचाव कार्यों के मॉकड्रिल के दौरान दो व्यक्तियों के नदी में डूबते हुए दिखने पर एनडीआरएफ रेस्क्यू रिसपांस टीम के सहायक कमाण्डेण्ट के नेतृत्व में टीम लीडर तथा आपदा मित्रों द्वारा बचाने का पूर्वाभ्यास किया गया। पूर्वाभ्यास के दौरान जवानों ने देखा कि ग्राम लगड़ीपुर गांव में बाढ़ के पानी में दो व्यक्ति डूब रहे हैं और बचाव-बचाव की आवाज लगा रहे हैं। लगड़ीपुर में व्यक्तियों के बाढ़ के पानी में डूबने का दृश्य देखते ही नाव, मेगाफोन, लाइफ जैकेट, लाइफब्वाय, स्ट्रेचर, सेफ्टी हेलमेट, बाड़ी प्रोटेक्टर इत्यादि जीवन रक्षक उपकरणों के साथ मौजूद रिलीफ रेस्क्यू टीम तथा एनडीआरएफ के जवानों ने आपदा मित्रों के साथ मोटर बोट से नदी में जाकर बाढ़ के पानी से संघर्ष कर रहे दोनों व्यक्तियों को मोटर बोट पर सवार किया और पूरी तत्परता के साथ उन्हें किनारे पर लेकर आये।पूर्वाभ्यास के दौरान उप जिला मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में टीम ने ग्राम गूम पहुंचकर आने वाले कुछ घंटों के भीतर गांव में पानी बढ़ने की सूचना देकर गांव खाली कराया। टीम ने ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर अपनी देखरेख में शिफ्ट कराया।

डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने बताया कि मॉकड्रिल का उद्देश्य यह है कि हम वास्तविक आपदा आने से पूर्व ही उन्हीं परिस्थितियों का सामना करते हुए राहत व बचाव कार्यों को सम्पन्न कराकर अपनी तैयारियों को परख रहे हैं ताकि वास्तविक स्थिति उत्पन्न होने पर सभी सम्बन्धित विभाग बेहतर ढंग से कार्य कर सकें। आपदा की स्थिति में राहत बचाव के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। इसके अतिरिक्त आपदा की स्थिति में लोगों एवं पशुओं की जान बचाने और उन्हें प्रभावित क्षेत्र से बाहर राहत शिविर में लाने का अभ्यास किया। सभी विभागों द्वारा मॉकड्रिल के लिए बेहतर तैयारी की गयी है।

एडीएम संजय कुमार सिंह ने बताया कि मॉकड्रिल के दौरान एसएसबी व एनडीआरएफ के जवानों ने पब्लिक एैड्रेस सिस्टम से लोगों को बाढ़ के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों तथा घरेलू उपयोग की वस्तुओं से बचाव उपकरण तैयार किये जाने के तरीकों के बारे में जानकारी प्रदान की गयी।

इस दौरान एएसपी पवन गौतम, सीएमओ डा. सन्तोष कुमार गुप्ता, मुख्य अग्निशमन अधिकारी,  एसडीएम अश्वनी सिंह, राजेश कुमार, रेनू मिश्र, तहसीलदार सुशील प्रताप सिंह, डीडीओ दिनकर विद्यार्थी, डीएसओ अंजनी कुमार सिंह, अधिशासी अभियन्ता बाढ़ अजय कुमार, अधिशासी अभियन्ता जल निगम योगेन्द्र कुमार नीरज, एसीआरए दैवीय आपदा रामनरेश भार्गव, आपदा विशेषज्ञ दीपक मिश्र, आपदा मित्र अंकित कुमार राज समेत  95 आपदा मित्र सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

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