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रविवार, 7 जुलाई 2024

प्रयागराज : शहर में लगे कुख्यात अपराधी के पोस्टर, दरोगा रेस्टोरेंट में उसके साथ कर रहे पार्टी बनाई रील.

प्रयागराज उत्तर प्रदेश के मथुरा में जिन अपराधियों को गिरफ्तार कर समाज में अपराध रोकने की सरकार से तनख्वाह लेती है, उन्हें जेल भेजने के बजाए रेस्टोरेंट में बैठकर पार्टी करती है। अपराधी दरोगाओं के साथ रील बनाते हैं और फेसबुक पर अपलोड कर देते हैं। गोवर्धन पुलिस का यह बेशर्मी भरा कारनामा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।सोशल मीडिया पर एक रील वायरल हो रही है, इसमें गोवर्धन थाने के दो दरोगा और टॉप-10 साइबर अपराध की सूची में शामिल अपराधी शाहिद और शाकिर हैं। यह एक रेस्टोरेंट में बैठ हुए हैं। शाहिद और शाकिर निवासी देवसेरस, गोवर्धन टेबल के एक ओर बैठे हैं, दूसरी ओर थाने के दो दरोगा बैठे हैं।शाहिद खान द्वारा 20 सेकंड की रील बनाई जाती है। इसमें वह पहले खुद को बाल संवारते हुए कैद करता है। इसके बाद अपने साथी शाकिर को कैद करता है और फिर दोनों दरागाओं की ओर भी कैमरा घुमाकर उनको कैद करता है। रील बनाने के बाद यह फेसबुक पर भी डालता है। मगर, कुछ ही देर बाद रील को हटा देता है। मगर, रील अपलोड होते ही लोग इसे सेव कर वायरल कर देते हैं।इसको लेकर थाना पुलिस से लेकर जिला पुलिस की भारी फजीहत हो रही है। पुलिस महकमे में ही वायरल वीडियो को लेकर चर्चा है कि टॉप-10 साइबर अपराधी शाहिद को गोवर्धन थाना पुलिस के साथ अक्सर थाने और होटलों में देखा जाता है। रेंज के एक आलाधिकारी का हाथ होने के चलते थाना मुखिया के खिलाफ कोई बोलता नहीं है।
जिन अपराधियों के साथ गोवर्धन थाने के दो दरोगा रेस्टोरेंट में बैठे हैं। उनमें से एक शाहिद तो कोसीकलां थाने में धोखाधड़ी के संबंध में क्राइम नंबर 91/2024 पर दर्ज मुकदमे में वांछित है। पुलिस पर इन्हें संरक्षण देने का आरोप लग रहा है। इधर, बताया यह भी जा रहा है कि पिछले दिनों सादा वर्दी वाली पुलिस टीम ने पिछले दिनों इन अपराधियों को पकड़ा था। मगर, गोवर्धन थाने से ही इनको छोड़ने की सिफारिश हुई। इसके बाद मोटे पैसे का लेन-देन कर इनको छोड़ दिया गया।मथुरा जिला देश भर में साइबर अपराध के लिए बदनाम है। गोवर्धन थाना क्षेत्र के गांव देवसेरस, दौलतपुर, मढ़ौरा और हाथिया में बैठे नवयुवक देश में ऑनलाइन ठगी की बड़ी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। शातिर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए हर दूसरे दिन देश के हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, पंजाब, जम्मू एंड कश्मीर, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश आदि प्रांतों की पुलिस मथुरा पहुंचती है। लेकिन मथुरा पुलिस की संलिप्तता के चलते इन अपराधियों पर कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पाती।मढ़ौरा के साइबर अपराधी सकुदीन खान और सराफत खान अक्तूबर 2020 में यूपी के मुख्य सचिव रहे राजेंद्र प्रसाद तिवारी को ऑनलाइन ठगी का शिकार बना चुके हैं। राजेंद्र प्रसाद तिवारी की फर्जी फेसबुक आईडी पर फोटो लगाकर मैसेंजर के जरिये ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम दिया था।मामला हाई प्रोफाइल होने के चलते यूपी एसटीएफ ने शराफत खान और सकुदीन को मथुरा से गिरफ्तार कर जेल भेजा था। फर्रुखाबाद के एसपी रहे अशोक कुमार मीणा के पिता को ऑनलाइन ठगी का साइबर का शिकार बनाया था। उस समय पुलिस एक्टिव मोड में आई और आरोपियों से रुपये वापस कराए। इसके बाद अप्रैल 2024 में सीओ औरेया राम मोहन शर्मा के भतीजे से दौलतपुर के साइबर अपराधियों ने 35000 रुपये की ऑनलाइन ठगी की थी।मामला संज्ञान में आया है। इसकी जांच कराई जा रही है। पुलिसकर्मी दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 
- त्रिगुण बिसेन, एसपी देहात।

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