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शनिवार, 15 जून 2024

खीरी जिले के चार नगरीय क्षेत्रों में 54 कम्युनिटी रिसोर्स पर्सन का होगा चयन : पीओ डूडा


● डूडा कार्यालय में 20 जून से पूर्व जमा करे आवेदन, लिखित परीक्षा, साक्षात्कार से होगा समूह सदस्य का चयन

लखीमपुर खीरी 15 जून। दीनदयाल अन्त्योदय राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत गठित समस्त सीएलएफ, एएलएफ, स्वयं सहायता समूह को सूचित करते हुए परियोजना अधिकारी (डूडा) डॉ अजय कुमार सिंह ने बताया कि नगरीय निकायों के तहत वर्तमान में नगर पालिका परिषद-लखीमपुर, गोला मोहम्मदी और पलियाकलॉ में स्वयं सहायता समूहों का सुचारू रूप से गठन, सक्रियता के लिए समूहों के फेडरेशन का गठन, बचत, आंतरिक ऋण एवं समूहों की निरन्तरता बनाये रखने के लिए शासन से नियत मानदेय पर 54 कम्युनिटी रिसोर्स पर्सन (सीआरपी) का चयन किया जाना है।

उन्होंने बताया कि इच्छुक समूह सदस्य किसी भी कार्यदिवस पर 20 जून से पूर्व आवेदन फार्म डूडा कार्यालय से प्राप्त कर फार्म की प्रतिपूर्ति करने के बाद जमा करना अनिवार्य है। समूह सदस्य का चयन लिखित परीक्षा एवं साक्षात्कार के माध्यम से किया जायेगा।

● यह है सीआरपी चिन्हींकरण के मानक, पात्रता शर्ते :

पीओ डूडा ने सीआरपी चिन्हींकरण के मानक, पात्रता शर्ते की जानकारी देते हुए बताया कि सीआरपी के तहत उन्ही महिलाओं का चयन किया जायेगा, जो डे-एनयूएलएम के अंर्तगत विगत एक वर्ष पूर्व से समूह का सफलतम संचालन कर रही है। महिला सशक्तिकरण हेतु स्वयं सहायता समूह एक बेहतर तरीका है, के सिद्धान्त पर विश्वास हो। स्वयं सहायता समूहों के संचालन का लगभग 01 वर्ष का अनुभव हो, जिसमें लगभग 50 समूहों की बैठकों में प्रतिभागिता रही हो। समूह सदस्य में लीडरशिप के गुण होना जरूरी है। समूह सदस्य में व्यवहार में कुशल एवं संवाद में दक्ष होना जरूरी है। समूह सदस्य में मिशन के सिद्धान्तों में विश्वास होना जरूरी है। समूह सदस्य में के एसएचजी पंचसूत्र के पालन के प्रति प्रतिबद्धता। समूह सदस्य की न्यूनतम आयु 20 वर्ष से 45 वर्ष की आयु का होना आवश्यक है। समूह सदस्य में एसएचजी के किसी भी प्रकार की डिफाल्टर न हो। समूह सदस्य में सीआरपी जिस समूह से सम्बद्ध हो उस समूह को एएलएफ से सम्बद्धता अपरिहार्य होगी।सीएलएफ गठन होने की स्थिति में सीएफएफ से भी सम्बद्ध किया जाना अनिवार्य होगा। समूह सदस्य में सीआरपी चयनित होने के उपरान्त उक्त सदस्य स्वयं सहायता समूह/एएलएफ की पदाधिकारी नही होगी। समूह सदस्य की न्यूनतम योग्यता हाईस्कूल होना जरूरी है। समूह सदस्य में मोबाइल एप चलाने में निपुण होने के साथ साथ डिजिटल साक्षरता की सामान्य जानकारी होना भी जरूरी है।

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