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गुरुवार, 13 जून 2024

कुवैत: प्रवासी मजदूरों के रिहाइश वाली बहुमंजिला इमारत में लगी आग से 40 की मौत, 30 घायल, मृतकों में भारतीय नागरिको की संख्या अधिक

 कुवैत के मंगाफ़ शहर में एक रिहाइशी इमारत में आग लगने की वजह से कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई है। कुवैत के गृहमंत्री ने इस घटना की पुष्टि की है। ये आग एक बहुमंज़िली इमारत में बुधवार सुबह लगी। इमारत की खिड़कियों से गहरा काला धुआं उठता दिख रहा था। इस इमारत में अधिकतर प्रवासी मज़दूर रहते हैं।भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया है कि अभी तक चालीस लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, इनमें से अधिकतर भारतीय नागरिक हैं। कुवैत में भारत के राजदूत ने अस्पतालों का दौरा कर घायलों का हालचाल पूछा। इस घटना में क़रीब 50 लोग घायल भी हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि क़ुवैत के मंगाफ़ इलाके के एक छह मंज़िला बिल्डिंग के किचन से आग की शुरुआत हुई। उस समय में बिल्डिंग में 160 मज़दूर मौजूद थे। सभी मज़दूर एक ही कंपनी में काम करते हैं।प्रधानमंत्री ने सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने लिखा, ‘कुवैत में आग की घटना दुखद है। मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है।मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। कुवैत में भारतीय दूतावास स्थिति पर नज़र बनाए हुआ है और इस घटना से प्रभावित हुए लोगों की सहायता के लिए वहां के अधिकारियों के साथ काम कर रहा है।’कुवैत के गृह मंत्री फ़हद यूसुफ़ अल सबाह ने घटनास्थल का दौरा किया है। मौके पर पत्रकारों से बात करते हुए गृह मंत्री ने कहा, ‘संपत्ति मालिकों का लालच इस घटना का कारण है।’ कुवैती मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक़ इस इमारत में क्षमता से अधिक लोग रह रहे थे।गृह मंत्री ने कहा है कि संपत्ति क़ानून के उल्लंघनों की जांच की जाएगी। भारतीय दूतावास ने इस दुखद घटना के बाद एक हेल्पलाइन नंबर +965-65505246 जारी किया है। सहायता के लिए लोग इस नंबर पर काल कर सकते हैं। गौरतलब हो कि कुवैत में दो-तिहाई आबादी प्रवासी मज़दूरों की है। ये देश बाहरी मज़दूरों पर निर्भर है, ख़ासकर निर्माण और घरेलू क्षेत्र में। मानवाधिकार समूह कई बार कुवैत में प्रवासियों के जीवनस्तर को लेकर सवाल उठा चुके हैं।

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