स्वच्छता और हम हैं नहीं
अलग अलग
है संभव पूर्ण स्वच्छता रहें
जब हम सजग
रखें सदा ध्यान आसपास
परिवेश का
स्वच्छता जननी स्वास्थ्य
की, संदेश का
करें न खुद गंदगी औरों को
भी बताएं
रख साफ सफाई पर्यावरण
को चमकाएं
समय से पहले कूड़ा करकट
घर के बाहर डालें
फिर फेंके न कूड़ा जब सफाई
कर्मी कूड़ा उठा लें
कर सकते सहयोग रख कर
छोटी छोटी बातें ध्यान
सर्वत्र रख साफ सफाई सुंदर
बना सकते अपना जहां
✍🏻रामG
राम मोहन गुप्त 'अमर'
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