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रविवार, 12 मई 2024

मैं गोला गोकर्णनाथ बोल रहा हूं ........

 ✍ सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार महेश कुमार पटवारी की कलम से✍

मैं गोला गोकर्णनाथ हूं-- मैंने आजादी के बाद फर्श से अर्श तक का सफर तय किया हैl पिछले तमाम वर्षों में अर्श से फर्श की और उल्टी गिनती जारी हैl मैंने देखा है कि कैसे इस वीराने में सेठ जमनालाल बजाज ने राजस्थान से यहां आकर यहां चीनी मिल स्थापित कर नगर में रोजगार पैदा किया था और हजारों स्थानीय युवकों को रोजगार दिया था जिससे गोला नगर में व्यापार उद्योग धंधे दिन दूनी रात चौगुनी रफ्तार से  बढ़ते चले गएl
 मैंने देखा है कि किस प्रकार पूर्व सांसद और मंत्री स्वर्गीय बाल गोविंद वर्मा के प्रयासों से यहां मुख्य डाकघर की स्थापना हुईl

 धीरे-धीरे समय का कालचक्र बदला जो चीनी मिल कभी गोला की लाइफ लाइन हुआ करती थी वह नासूर बनती चली गईl जो कि गन्ना किसानों को बेचे गए  गना का भुगतान पाने के लिए भी लगातार आंदोलन करना पड़ रहा है l उसके बाद भी गाने का भुगतान नहीं मिल रहाl
 सभी पक्ष विपक्ष के जन् प्रतिनिधि तराई की एक भीषण समस्या का समाधान करने में असफल साबित हुए और फिर लगातार क्षेत्र में विकास का पहिया ठप होता चला गयाl उसके बाद ए तीन इंजन की सरकार जिसका यह दावा था कि तीन इंजन की सरकार में विकास की रफ्तार बहुत ज्यादा होगीl लेकिन सच्चाई है कि गोला नगर में हर एक इंजन अलग-अलग भाग रहा है जिसमें यहां की जनता अपने आप को ठगी हुई महसूस कर रही हैl
 लोकसभा चुनाव 2024 का दौर है- जनता को अपना जनप्रतिनिधि चुनना है ऐसा जनप्रति निधि जो क्षेत्र में विकास करें और जनता के दुख दर्द में शामिल हो l

लेकिन सच्चाई यह है कि पिछले कई वर्षों से जनप्रतिनिधि जनता की उम्मीद और आकांक्षाओं पर खरे नहीं उतर रहे हैं l
वर्तमान दौर में धन्य है गोला गोकर्णनाथ की महान जनता- जिसे ना तो स्वास्थ्य सुविधा चाहिए- ना डॉक्टर और अस्पताल चाहिए- ना स्कूल कॉलेज में पढ़ाई चाहिए- और ना ही बेहतर सड़के और रेल परिवहन चाहिए l
चाहे 8 साल बीत जाए वह ट्रेन चलाने की मांग कहीं नहीं करती- चाहे हार्ट अटैक से कितने भी लोग मर जाएं जनता हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर की मांग नहीं करती- अब कई वर्षों से नगर में फ्लाईओवर बन रहा है कई महीना काम बंद पड़ा रहा पूरे दिन धूल मिट्टी उड़कर आने जाने वाले लोगों के ऊपर गिरती है l
नगर ही नहीं जिले में सांस और दमा के मरीजों को अच्छी खासी परेशानी हो रही है- उनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है लेकिन किसी को कोई परवाह नहीं है  l
गोला लखीमपुर आवागमन में गोला में और   फरधान में कई वर्षों से बन रहे फ्लाईओवर पुल नासूर बन चुके हैं l लेकिन जनता है कि कुंभकरण की भांति सोई पड़ी हैl वह आवाज ही नहीं उठातीl वह आते-जाते उड़ती गर्दा धूल मिट्टी फाक  लेगी लेकिन काम जल्द पूरा हो और आवागमन प्रारंभ हो ऐसी आवाज कतई नहीं उठा रही है l
क्योंकि गोलगोकरनाथ भोलेनाथ की नगरी है जैसे भोलेनाथ मस्त रहते हैं वैसे ही गोला की जनता भी मस्त रहती हैl
 जनता यहां की भोली भाली है वह तो  जनता है वह नेताजी के पास खड़े होकर फोटो खिंचवाकर ही खुश हो जाती है- और ज्यादा खुशी जनता को तब मिलती है जब नेताजी के साथ के कुछ मूल्यवान पलों की यादगार फोटो वह फेसबुक और इंस्टाग्राम या व्हाट्सएप पर पोस्ट करती है और उन पर आए हुए लाइक कमेंट देखकर तो जनता  खुशी से फूले  नहीं समाती है l दैया रे- हमारी पोस्ट पर इतने सारे कमेंट और लाइक-- अब तो बस भाड़ में गया विकास- कोई भी काम हो या ना हो- बस नेताजी के साथ में सेल्फी फोटो अवश्य खिंचवानी है- साथ में जितनी बार भी नेताजी गोला आएंगे हर बार उन्हें फूलों का गुलदस्ता भेंट करते हुए फोटो खिंचवाकर फेसबुक पर अवश्य पोस्ट करना है l आखिर जलवा जो दिखाना हैl
 अब यह बात ही अलग है कि जब घर में कोई भी गंभीर बीमार हो तो हम लखनऊ दिल्ली भाग जाएंगे लेकिन गोल में गोला की जनता को वाकई स्वास्थ्य सुविधाएं आखिर क्यों नहीं चाहिए lहम तो बस इतने से खुश हो जाते हैं कि हमारी जाति का नेता मंत्री है हमारी जाति का नेता राष्ट्रीय उपाध्यक्ष है बस सब पूरी जाति  गौरवान्वित हो गई साहब l  भाड़ में जाए विकास- भाड़ में जाए तरक्की-- बस नेताजी हमारे घर पर एक बार आ जाएं -- भले ही चुनाव  के बाद में नेताजी देखने को भी ना मिले l
तो क्या हुआ नेताजी के साथ हमारी फोटो तो खींच गई -ट्रेन नहीं  चली तो क्या हुआ - पुल और सड़के नहीं बने तो क्या हुआ- स्कूल नहीं खुले तो क्या हुआ -उच्च शिक्षा के लिए कोई तकनीकी स्कूल नहीं खुला तो क्या हुआ- बेरोजगारी दूर करने के लिए कोई उद्योग धंधे स्थापित नहीं हुई तो क्या हुआ-
 कोई भी इंडस्ट्रीज क्षेत्र में नहीं लगनी चाहिए-- बस नेताजी के साथ में फोटो खींचना चाहिए और नेताजी के आगे पीछे घूमने आना चाहिए  l
सोने पर सुहागा तब हो जाता है जब नेताजी के साथ बैठकर चाय नाश्ता करने का सुनहरा अवसर प्राप्त होता हैl और इस मूल्यवान अवसर की फोटो खींचकर फेसबुक पर पोस्ट होती है l इसलिए गोला की जनता को हमारा नमन है प्रणाम है lक्योंकि गोला की जनता को ना तो विकास चाहिए ना तरक्की- तो फिर नेताजी को भी कौन सी जरूरत पड़ी है काम करवाने की l उनका अपना तो विकास हो ही रहा है क्षेत्र का विकास ना हो तो भी जनता आगे पीछे ही घूमेगी इसीलिए गोला नगर में विकास का पहिया नहीं घूमता क्योंकि जनता मांग ही नहीं करती कि उसे क्या चाहिए   l

लेखक---
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✍महेश कुमार पटवारी
सामाजिक कार्यकर्ता-
 गोला गोकर्णनाथ
 जिला लखीमपुर खीरी
 उत्तर प्रदेश

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