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गुरुवार, 2 मई 2024

उत्तराखंड में गढ़वाल से कुमाऊं तक जंगल आग से धधक रहे : 40 जगह धधके जंगल

उत्तराखंड में गढ़वाल से कुमाऊं तक जंगल आग से धधक रहे हैं। बुधवार को वनाग्नि की 40 घटनाएं हुई हैं। जिसमें सबसे अधिक 26 घटनाएं गढ़वाल और 14 कुमाऊं की है। जिससे 46 हेक्टेयर से अधिक वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है।तापमान बढ़ने के साथ ही जंगल की आग के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं। बुधवार को टिहरी बांध वन प्रभाग में तीन, भूमि संरक्षण वन प्रभाग रानीखेत में एक वनाग्नि की घटनाए हुई है। जबकि अल्मोड़ा वन प्रभाग में एक, बागेश्वर वन प्रभाग में दो, पिथौरागढ़ वन प्रभाग आरक्षित वन क्षेत्र में दो और सिविल वन क्षेत्र में पांच, तराई पूर्वी वन प्रभाग आरक्षित वन में दो, रामनगर वन प्रभाग में एक, नरेंद्र नगर वन प्रभाग में पांच, सिविल वन पंचायत क्षेत्र में दो, मसूरी वन प्रभाग में एक और सिविल वन क्षेत्र में एक आग की घटना हुई है।
सिविल सोयम पौड़ी वन प्रभाग में सबसे अधिक 14 घटनाएं हुई हैं। अपर प्रमुख वन संरक्षक निशांत वर्मा के मुताबिक राज्य में इस फायर सीजन में अब तक वनाग्नि की 761 घटनाएं हो चुकी हैं।वहीं, आग केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर तक जंगल की आग पहुंच गई है। आग परिसर को अपनी चपेट में लेती इससे पहले परिसर निदेशक सहित शिक्षकों, छात्रों व कर्मचारियों ने मोर्चा संभालते हुए आग बुझाने के उपकरणों के साथ काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। इस दौरान पूरे परिसर में धुआं फैल गई, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।सिविल सोयम पौड़ी वन प्रभाग में सबसे अधिक 14 घटनाएं हुई हैं। अपर प्रमुख वन संरक्षक निशांत वर्मा के मुताबिक राज्य में इस फायर सीजन में अब तक वनाग्नि की 761 घटनाएं हो चुकी हैं।
वहीं, आग केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर तक जंगल की आग पहुंच गई है। आग परिसर को अपनी चपेट में लेती इससे पहले परिसर निदेशक सहित शिक्षकों, छात्रों व कर्मचारियों ने मोर्चा संभालते हुए आग बुझाने के उपकरणों के साथ काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। इस दौरान पूरे परिसर में धुआं फैल गई, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।वहीं कर्णप्रयाग के आटागाड़ रेंज के राड़खी मज्याड़ी, सिमली, कोलीपानी के जंगल भी आग में जले। ग्राम प्रधान सिमली पीताम्बरी देवी ने कहा कि जंगलों में आग लगने की सूचना वन विभाग को भी दी गई है। वहीं आटागाड़ रेंज के अधिकारी आरके निराला ने बताया कि सूचना पर वन कर्मियों की टीम मौके पर गई है।  

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