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सोमवार, 6 मई 2024

सेहत / गर्मी के मौसम में इन चीजों से करें परहेज, शरीर के संकेतों को समझें : डॉ0 रेखा सिंह

● गर्मी के मौसम में इन चीजों से करें परहेज, शरीर के संकेतों को समझें और रोगों को रखें दूर; जानिए क्या कहती हैं डॉक्टर डॉ रेखा सिंह 

 मई की शुरूआत हो चुकी है। मई महीने के चढ़ने के साथ ही गर्मी और धूप ने भी जोर पकड़ना शुरू कर दिया है। इसलिए आप भी तेज धूप और बढ़ती गर्मी से सतर्क रहें। शरीर में पानी की कमी ना हो इसके लिए पानी पीते रहें। खीरा ककड़ी का दिन में खूब सेवन करेंl गर्मियो में भारी वजन उठाने या अधिक चलने फिरने से बचना चाहिए l मई महीने के चढ़ने के साथ ही गर्मी और धूप ने भी जोर पकड़ना शुरू कर दिया है। इसलिए आप भी तेज धूप और बढ़ती गर्मी से सतर्क रहें। शरीर में पानी की कमी ना हो इसके लिए पानी पीते रहें। खीरा ककड़ी का दिन में खूब सेवन करेंl गर्मियो में शरीर का बल कम होता है ऐसे में भारी वजन उठाने या अधिक चलने फिरने से बचना चाहिए l शरीर अंदर की नमी को छींक द्वारा बाहर फेंकता है उन्होंने कहा ज्यादा गर्मी पड़ने पर शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में कमी आती है जिसके कारण शरीर में रोंग उत्पन्न होने की संभावना बढ़ जाती है l सर्दी-जुकाम मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन है यह खतरनाक तो नहीं है लेकिन मनुष्य को सबसे ज्यादा हैरान परेशान और समय बर्बाद करता है हमारा शरीर वर्ष में दो बार अंदर की अतिरिक्त नमी (पानी) को साधारण सर्दी जुकाम और छींक द्वारा बाहर फेंकता है यह प्रक्रिया तीन-चार दिन तक चलती है ऐसा होने पर चिंता करने या सर्दी को दबाने की जरूरत नहीं है lडॉ रेखा सिंह ने कहा कि हम अपने शरीर के संकेतों को समझें और रोग दूर करने के लिए शरीर के प्रयत्नों में मदद करें l बीमारी शरीर ने बनाया है तो शरीर ही बीमारी को खत्म भी करेगी इसके लिए हमें अपने शरीर के इशारों को समझ कर उनके कार्यों में नेचुरल तरीके से मदद करनी होगी lनाक से पानी आना छींके आना अर्थात शरीर अतिरिक्त पानी को बाहर निकल रही है l खांसी आना अर्थात शरीर छाती या गले में जमे हुए कफ को बाहर निकल रही है lखुजलाहट अर्थात शरीर के उस भाग में अधिक रक्त की जरूरत है l बुखार अर्थात शरीर में ज्यादा खराबी है और अंदर शरीर में खून के श्वेत- कण जंतुओं का प्रतिकार कर रहे हैंl शरीर के किसी भाग में दर्द है अर्थात उस भाग में कार्बन डाइऑक्साइड, पानी तथा अन्य विषाक्त पदार्थ या वायु भर गई है l
गर्मी में सिर दर्द सर्दी होने का कारण लीवर की मंद कार्य गति है जिसके कारण पित्त कम बनता है l हर समय थकान जैसा लगना घबराहट जैसे लक्षण हो तो शरीर में खून की कमी हो सकती है l
शरीर में स्थित पानी का वाष्पीकरण कम होने से कफ बनता है डॉ रेखा सिंह ने कहा हमारे शरीर और रक्त में स्थित पानी हमारी पाचन शक्ति पर निर्भर होता है जब पाचन शक्ति कमजोर होती है तब पेट की भीतरी गर्मी घटती है इसलिये शरीर स्थित पानी का वाष्पीकरण कम होता है तब शरीर में जल तत्व की वृद्धि होने पर आंतरिक उष्णता कम होती है जिसके कारण फेफड़े, छाती, गले मे कफ - सर्दी इकट्ठी हो जाती है जब यह पानी सर की नसों में जाता है तब सर दर्द होता है जब यह क्रिया लगातार रहती है तो टांसिल -ब्रोंकाइटिस होता है और बुखार आता है ऐसे में ठंडा पेय पदार्थ गरिष्ठ भोजन दही मट्ठा नींबू खट्टी चीज लेने पर, एसी में रहने पर या शरीर को खुली हवा में रखने पर बीमारी बढ़ती है जो लंबे समय तक चलती है lनेचुरल शक्तिवर्धक पेय पिए
डॉ रेखा सिंह ने कहा इससे बचाव में हमें अपने प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिये नेचुरल तरीके से बने सोना चांदी तांबा लोहा से बने शक्तिवर्धक पेय को अपनाना होगा l15 ग्राम सोना, 30 ग्राम चांदी, 60 ग्राम तांबा, 60 ग्राम लोहा को स्टेनलेस स्टील के बर्तन में चार गिलास शुद्ध पानी में डाल दें (आरो का पानी न हो) धीमी आंच पर उबाले जब ढाई गिलास पानी बचे तो उसमें से धातुओं को निकाल ले, सुबह खाली पेट घुट- घुट कर एक गिलास गुनगुना पानी पिएं l बाकी बचे पानी को दिन भर में कभी भी थोड़ा-थोड़ा करके पीये lजिन लोगों को जोड़ों का दर्द, अर्थराइटिस, लकवा, टी वी, कैंसर, मानसिक रोगी, हाई ब्लड प्रेशर, पोलियो, हार्ट के मरीज को फायदा होता है इसे स्वस्थ व्यक्ति भी पी सकते हैं इससे उनके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में अप्रत्याशित वृद्धि होगी इस पेय पदार्थ को जितने दिन भी ले रहे हैं उतने दिन नींबू दही मट्ठा एवं खट्टे पदार्थों का सेवन न करें l जब भी मौसम में परिवर्तन हो या वर्ष में दो बार 15 - 15 दिन के लिए इसका सेवन अत्यंत फायदेमंद है l

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