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सोमवार, 29 अप्रैल 2024

यूपी का एक हलवाई रातों-रात बन गया अरबपति खाते में उसके अचानक आए अरबों रू. और फिर पीएम, सीएम से मांगी.

 शामली में एक हलवाई रातों-रात अरबपति बन गया। हलवाई के खाते में दो अरब 36 करोड़ रुपये आए। इस मामले में हलवाई ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब पीड़ित हलवाई ने कोर्ट से मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई है और पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। 
दरअसल शामली के थाना आदर्शमंडी क्षेत्र निवासी नरेंद्र कुमार के पास आयकर विभाग के नोटिस से उसके घर में कोहराम मच गया। जब उसने देखा दो अरब 36 करोड़ रुपये की लेनदेन उसके खाते से हुई है, उसकी और उनके घर वालों के पैरों तले जमीन खिसक गई और वह दौड़ा-दौड़ा शामली पुलिस कप्तान के पास गया और उसने अपनी कहानी बताई।एसपी कार्यालय और पुलिस विभाग के चक्कर काट काट कर थक गया। फिर उसने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डीआईजी, आईजी, डीआजी सहित कोई भी विभाग उसने नहीं छोड़ा, जहां पर उसने अपनी शिकायत दर्ज न कराई। पुलिस ने आज तक भी नरेंद्र कुमार को ना थाने बुलवाया ना ही रिपोर्ट दर्ज के बारे में बताया।हलवाई नरेंद्र कुमार का कहना है अगर 236 करोड़ मामले में कोई कार्रवाई प्रशासन द्वारा नहीं हुई तो मैं और मेरे बच्चे आत्महत्या करने पर विवश हो जाएंगे। आज मैं कुछ भी काम नहीं कर पा रहा हूं रोज मुझे टेंशन रहती है कहां से मैं आयकर विभाग का भारी भरकम टैक्स दे पाऊंगा। इसी टेंशन को लेकर मन करता है कि मैं अपने बच्चों के साथ आत्महत्या कर लूं आज मेरे पास कोई भी पैसा नही है।नरेंद्र कुमार ने कोर्ट के आदेश पर आदर्श मंडी थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई है। उसके जिले के ही गांव नाला निवासी जितेंद्र कुमार आया ओर उसने नरेंद्र कुमार को नौकरी के हसीन सपने दिखाएं। उसने दिल्ली में प्राइवेट नौकरी लगवाने और उसे ज्यादा से ज्यादा तनख्वाह के अलावा रहना खाना भी कंपनी की तरफ से दिए जाने की बात कही। गरीब बेचारे ने विश्वास करके उसने अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड व फोटोग्राफ आदि जितेंद्र को सौंप दिए और उसके साथ दिल्ली चला गया। वहां पर उसके गांव नाला निवासी अजय चौधरी से खारी बावली नया बाजार दिल्ली में मुलाकात कराई। अजय चौधरी ने उसे नौकरी पर रखने के भरोसा देते हुए कहा कि उसकी सैलरी खाते में आएगी।इसके बाद यह दोनों उसे एचडीएफसी शाखा चांदनी चौक नई दिल्ली उत्तरी में ले गए और बैंक कर्मचारियों के साथ मिलकर अनेक कागजों पर उसके हस्ताक्षर कारण इसके बाद उसे यह कहकर भेज दिया कि कुछ समय बाद उसकी नौकरी का कार्य स्थल बता दिया जाएगा। जितेंद्र से नौकरी की बाबत पूछा तो वह कोई ना कोई बहाना बनाकर गुमराह करता रहा। कुछ समय बाद अपने किराए वाले मकान को खाली कर दिया पीड़ित के मुताबिक उसने जितेंद्र से मोबाइल पर संपर्क किया तो उसने बताया कि अजय ने किसी दूसरे को नौकरी पर रख लिया। इसके साथ ही मांगने पर भी कागज वापस नहीं किया, पीड़ित के मुताबिक पिछले साल 5 साल बाद में आयकर विभाग शामली की तरफ से अंग्रेजी में टाइप हुआ पत्र मिला। जिसे पढ़वाया गया तो उसे बताया गया कि उसके द्वारा एचडीएफसी बैंक शाखा चांदनी चौक नई दिल्ली में एक खाते में 2018-19 और 2019 में 2367039481 रुपये की धनराशि जमा करके 2365502547 रुपये की निकासी कर लिया ।
वहीं पूछताछ पर पता चला है कि वह खाता फार्म मैसेज कृष्ण एवर सीज केयर आप कृष्णा और चीज तृतीय फ्लोर नया बाजार नॉर्थ दिल्ली के नाम से संचालित हो रहा है। पीड़ित का कहना है कि वह ऐसी किसी फर्म का प्रोपराइटर नहीं है और उनके साथ धोखाधड़ी से कागजात तैयार कर कर लेनदेन किया गया है। पीड़ित ने इस मामले की शिकायत वित्त मंत्रालय भारत सरकार रिजर्व बैंक नई दिल्ली, निर्देशक परिवर्तन निदेशालय नई दिल्ली, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के अलावा शामली के डीएम, एसपी से की है जब कार्रवाई नहीं हुई तब उसने न्यायालय की शरण ली।कोर्ट के माध्यम से कराई FIRवहीं इस पूरे मामले में एसपी शामली अभिषेक कुमार झा ने बातचीत में बताया कि आदर्श मंडी के एक व्यक्ति ने कोर्ट के माध्यम से एक एफआईआर करवाई है जिसमें उसने तीन चार लोगों पर आरोप ये लगाया है कि उन्होंने नौकरी लगाने के नाम पर मुझसे कुछ पैसे लिए और उससे कुछ डॉक्यूमेंट्स कलेक्ट किए। आवेदक का ये कहना है कि उसकी सैलरी के लिए अकाउंट खुलवाया गया था, जो एफआईआर में उसने उल्लेखित किया है। उसे नौकरी नहीं मिली और आईटी डिपार्टमेंट से उसको नोटिस आया है कि उस बैंक से काफी बड़े अमाउंट में ट्रांजेक्शन हुआ है। उस नोटिस के बाद उसने कोर्ट के माध्यम से एफआईआर करवाई है। थाना आदर्श मंडी पुलिस द्वारा इस केस की इन्वेस्टिगेशन की जा रही है जो साक्ष्य उसके क्रम में अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।

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