कोलकाता। "कथाकुंज साहित्य सेवा परिषद" व "इको सिटी, कोलकाता" के संयुक्त तत्वावधान में, 3 मार्च 2024 को, इको सिटी, कोलकाता के प्रांगण में, संस्था द्वारा पहली बार एक अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. इसमें देश भर के विभिन्न प्रांतों से आए कवियों एवं कवयत्रियों की गरिमापूर्ण उपस्थिति रही. सभी रचनाकारों ने अपनी - अपनी मनमोहक रचनाओं से लोगो का ह्रदय जीत लिया.
कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण तथा इको सिटी के मैनेजिंग डायरेक्टर सरोज कुमार गिरि, कथाकुंज के संस्थापक गोविन्द गुप्त, अश्वनी कुमार सिंह, नीरज कुमार सिंह (डायरेक्टर इको सिटी) द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ. तत्पश्चात श्री गुप्त ने सरस्वती वंदना के द्वारा माँ शारदे का आवाहन किया. वन्दना के बोल थे ... ...
श्वेत वरणा, हंस आसन,
वेद पुस्तक धारिणी,
ज्ञान की देवी तुम्ही हो,
मातु वीणा बादिनी,
इस कार्यक्रम में संस्था के सदस्यों में कथाकुंज के संस्थापक श्री गोविन्द गुप्त, कथाकुंज की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष (महिला) मौसमी प्रसाद , संस्था के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमाकांत सिन्न्हा , राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रीतम झा एवम् मीतू कनौडिया ने अपने काव्यपाठ से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया. अन्य श्रेष्ठ कवियों और कवयत्रियों में शामिल रहे अमित अम्बष्ट, भारती मिश्र, कृष्ण कुमार दुबे, आलोक कुमार, स्वागता बसु एवं दिनेश चन्द्र. इन सभी ने अत्यन्त सुंदर काव्यपाठ किया. बोकारो से पधारी करुणा कालिका ने अपनी रचनाओं से सभी उपस्थित साहित्य प्रेमियों को आनन्द से सराबोर कर दिया. संचालन का कार्यभार रायबरेली के प्रसिद्ध कवि एवं संचालक श्री गोविन्द गजब ने किया.
काव्यपाठ के पश्चात् इको सिटी के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री गिरी ने इको सिटी प्रोजेक्ट की स्थापना और उद्देश्य पर प्रकाश डाला.
कार्यक्रम के अंत में कथाकुंज के संस्थापक श्री गोविन्द गुप्त ने सभी का आभार व्यक्त किया और सुंदर व्यवस्था हेतु इको सिटी टीम को बधाई दी.
इस अवसर पर श्री गोविन्द गुप्त व उनकी धर्मपत्नी वन्दना गुप्त का अभिनन्दन भी किया गया.
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