● पुलिस आयुक्त, प्रयागराज ने कहा हाईकोर्ट के आदेशों को पढ़ें, समझें और शत प्रतिशत पालन करें
प्रयागराज कमिश्नरेट कोर्ट प्रयागराज में इन दिनों गुंडा एक्ट के मामलों की आख्या, नोटिस और सुनवाई में तेजी आई है। पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने 3 साल से गुंडा एक्ट की उन 498 फाइलों को स्पष्ट आदेश के साथ थानों को लौटा दिया जो अब तक डीएम कार्यालय में दबी रह गईं थीं। तीन सालों से रुकी इन 498 चालानी रिपोर्ट की वर्तमान आख्या मांगी गई है। सीपी ने निर्देश दिया है कि मौजूदा वक्त में आरोपितों की जानकारी होनी चाहिए। कौन कहां, किन परिस्थितयों में है, आपराधिक गतिविधियां क्या हैं, समाज में इनका मौजूदा क्रिया कलाप क्या है, यह जांचे फिर रिपोर्ट के साथ फाइलों को अग्रिम कार्रवाई के लिए पेश करें। इसके साथ ही पुलिस कमिश्नर ने शनिवार को पुलिसकर्मियों के लिए एक वर्कशॉप का आयोजन किया। इस वर्कशॉप में पुलिसकर्मियों को गुंडा एक्ट के मामलों में इलाहाबाद हाईकोर्ट के नजीर बने फैसलों, आदेशों के बारे में जानकारी दी गई। पुलिस लाइन में हुई वर्कशॉप में पुलिस कमिश्नर ने कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसलों, आदेशों, निर्देशों का शत प्रतिशन पालन हो इसके लिए पुलिसवाले फैसलों को पढ़ें, सीखें, समझें ताकि उन्हें हर बिंदु पर कोर्ट के आदेशों का संज्ञान रहे। हाईकोर्ट के आदेश नजीर हैं, उन्हीं आधारों पर गुंडा एक्ट के मामलों में आगे की कार्रवाई होती है। वर्कशॉप में प्रेजेंटेंशन के जरिए पुलिस आयुक्त, प्रयागराज ने हेड मोहर्रिर, दीवानों व मुंशी को समझाया कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश सीखने, समझने के लिए फैसलों का अध्ययन जरूरी है। आदेश ऑनलाइन अपलोड हों तों उन्हें पढ़ें। पुलिस आयुक्त ने कहा कि यदि कुछ बिंदुओं पर समझने में दिक्कत हो तो अधिकारियों के सामने पेश होकर बेहिचक सवाल करें और कोर्ट के आदेश का पालन करें। वर्कशॉप में अपर पुलिस आयुक्त एन कोलांचे, पुलिस उपायुक्त नगर दीपक भूकर, पुलिस उपायुक्त यमुनानगर श्रद्धा नरेंद्र पांडेय, पुलिस उपायुक्त गंगा नगर अभिषेक भारती, पुलिस उपायुक्त यमुनानगर अभिजीत सिंह, अपर पुलिस उपायुक्त अपराध सतीश चन्द्र, सहायक पुलिस आयुक्त लाइन्स पुष्कर वर्मा मौजूद रहे। साथ ही इन सभी अधिकारियों के कार्यालयों, थानों के मुंशी, हेड मोहर्रिर, दीवान आदि वर्कशाप में काफी कुछ सीखते, समझते और नोट करते नजर आए।
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