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शनिवार, 9 मार्च 2024

ब्रह्माकुमारीज के मुख्य सेवा केंद्र में शिवरात्रि के अवसर पर शिव ध्वजारोहण का कार्यक्रम

प्रयागराज। संसार की सभी आत्माओं के पिता, प्रजापिता ब्रह्मा, श्री विष्णु और महादेव शंकर के द्वारा सृष्टि की रचना, पालना और तमोप्रधान संसार का विनाश कराने वाले त्रिमूर्ति,ज्योतिर्बिंदु स्वरूप परमात्मा शिव, भारत भूमि पर ही अवतरित होकर सारे मनुष्य जगत का उद्धार करते हैं। यह बातें गीता में भी भगवान उवाच के रूप में लिखित है। उपरोक्त बातें ब्रह्माकुमारीज की क्षेत्रीय संचालिका राजयोगिनी मनोरमा दीदी ने 88वें त्रिमूर्ति शिव जयंती समारोह के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने कहा कि आज हम सभी उसी परम प्यारे सर्वशक्तिमान पिता परमात्मा के भारत भूमि पर अवतरण के स्मृति में शिवरात्रि का महापर्व मना रहे हैं। शिवरात्रि में रात्रि शब्द कोई प्रतिदिन के बाद आने वाली रात के बारे में नहीं है, बल्कि संसार में फैले देह अभिमान के कारण हर किसी में व्याप्त काम, क्रोध, लोभ, मोह और अहंकार जैसे विकारों के कारण जब हम आत्माओं के ज्ञान चक्षु बंद हो जाते हैं और हम दुखी होकर संसार में भटकते हैं,उस कालखंड से है, जिसे कलियुग का अंत समय भी कहा जाता है।ऐसे समय पर वह ज्ञान सागर अवतरित होकर हमारे ज्ञान के तीसरे नेत्र को खोल इस पतित संसार से पार जाने के लिए और श्रेष्ठ सतयुगी दुनिया की स्थापना के लिए हम सभी को गीता ज्ञान देते हैं।उन्होंने कहा कि संसार का कालचक्र अनवरत रूप से चलता रहता है, जिसमें सतयुग के बाद त्रेता उसके बाद द्वापर और फिर कलयुग का आना निश्चित है। परंतु किसी भी मनुष्य आत्मा, महात्मा या पुण्य आत्मा में यह सामर्थ्य नहीं है कि वह कलयुग को परिवर्तन कर पुनः सतयुग में बदल दें। परंतु समय की गति भी कभी रुक नहीं सकती इसलिए कलयुग का विनाश और सतयुग की स्थापना भी होनी ही है।इसी कार्य अर्थ भगवान का अवतरण भारत भूमि पर होता है जिस कारण ही हम उनको स्वयंभू कहते हैं, और भारत को विश्व गुरु कहा जाता है।परमात्मा शिव हम सभी के पिता हैं और वर्तमान में सन् 1936 से ही प्रजापिता ब्रह्मा के साकार तन का आधार लेकर गीता ज्ञान और राजयोग से भारत भूमि सहित विश्व की तमाम आत्माओं को पावन बनाने का कार्य कर रहे हैं। अतः हम सभी बच्चों का भी यह कर्तव्य है और अधिकार भी है, कि हम अपने पिता से मिलकर उनसे अपना अधिकार लें यानी पवित्र और योगी बन सतयुगी दुनिया में जाने  के योग्य बनें, अपने को विकारों रूपी रावण के बंधन से मुक्त कर राम राज्य में चलने के योग्य बनाएं। याद रखें अभी नहीं तो कभी नहीं क्योंकि समय किसी का इंतजार नहीं करता।
इसके साथ ही ब्रह्माकुमारीज के झूंसी स्थित सेवाकेंद्र में भी शिव ध्वजारोहण का कार्यक्रम किया गया अल्लापुर के सेवा केंद्र में शिव ध्वजारोहण का कार्यक्रम किया गया था जिसमें मोतीलाल नेहरू इंजीनियरिंग कॉलेज के डायरेक्टर राम शंकर वर्मा तथा भाजपा नेता आशीष केसरवानी मुख्य अतिथि की रूप में उपस्थित रहे साथ ही सैकड़ो की तादाद में ब्रह्मा कुमार भाई-बहनें भी उपस्थित रहे।

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