● निज धाम बिराजेंगे प्रभु राम, विश्व गुरु कहलाए, मिले सफलता और खुशियां मिलें अपार को संग्रह में मिला स्थान
दैनिक जनजागरण न्यूज। चेतना समूह के 11वें साझा काव्य संकलन "नई उमंग" में अपनी श्रेयस्कर रचनाओं, सहयोग और समय देने के लिए समाजसेवी साहित्यकार राम मोहन गुप्त को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया है।
नगर लखीमपुर के सुपरिचित समाजसेवी, साहित्यकार राम मोहन गुप्त को चेतना किस्से कहानियां, कविताएं मंच एवं फ्लोरेंट पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित ग्यारहवें साझा काव्य संकलन "नई उमंग" में प्रदान किए गए समय, सहयोग और रचनाओं के प्रकाशन पर "प्रशस्ति पत्र" और साझा संकलन पुस्तक प्रदान कर संपादक मोनिका सिंह 'मोह' एवं चेतना मंच तथा फ्लोरेंट पब्लिकेशन के मीना सिंह 'मीन', चेतना लवास, प्रियंका गहलौत 'प्रिया कुमार' एवं विश्वनाथ मिश्रा द्वारा सम्मानित किया गया है। नई उमंग में श्री गुप्त की रचनाओं निज धाम बिराजेंगे प्रभु राम, मिले सफलता, विश्व गुरु कहलाए और खुशियां मिलें अपार को स्थान दिया गया है। इससे पूर्व श्रीगुप्त चेतना मंच के साझा काव्य संग्रह यादों का कारवां में भी प्रकाशित और समूह द्वारा सम्मानित किए जा चुके हैं।
राम मोहन गुप्त 'अमर' और 'रामG' नाम से साहित्य सृजन करने वाले सेवानिवृत्त स्टेट बैंक कर्मी, प्रेरक प्रशिक्षक राम मोहन गुप्त इससे पूर्व भी अपने एकल काव्य संग्रह स्वप्न हुए साकार सहित अन्य कई साझा काव्य संकलनों में प्रकाशित और विभिन्न मंचों द्वारा सम्मानित किए जा चुके हैं। श्री गुप्त को प्राप्त उपरोक्त प्रशस्ति सम्मान पर इष्ट मित्रों एवं सुधी जनों ने हर्ष व्यक्त करते हुए उत्तरोत्तर प्रगति की कामना की है।
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