Breaking

शुक्रवार, 2 फ़रवरी 2024

लखीमपुर खीरी / बर्ड फेस्टिवल डे पर बच्चों ने किए रंग बिरंगे पक्षियों के दीदार

 धर्मवीर गुप्ता, बांकेगंज। मैलानी वन रेंज के नगरिया वेटलैंड में गुरुवार को सुबह बर्ड फेस्टिवल डे मनाया गया। इस दौरान विनायक इंटर कॉलेज बांकेगंज व निकटवर्ती गांवों से आए बच्चों को वेटलैंड में मौजूद पक्षियों के बारे में मैलानी रेंजर साजिद हसन और डिप्टी रेंजर संत प्रकाश त्रिपाठी ने जानकारी दी। बच्चों ने भी दूरबीन से वेटलैंड में मौजूद रंग-बिरंगे पक्षियों के दीदार किए।

     बर्ड फेस्टिवल डे के लिए बच्चों को बुलाया गया था इसलिए सुबह कॉलेज के छात्र छात्राएं अपने दो अध्यपकों के साथ नगरिया वेटलैंड पहुंचे। वहां मौजूद मैलानी रेंजर साजिद हसन तथा डिप्टी रेंजर संत प्रकाश त्रिपाठी अपने अन्य सहयोगियों के साथ बच्चों को नगरिया वेटलैंड लेकर गए। वहां उन्हें विभाग की दूरबीन दी तथा बच्चों को पक्षी देखने के लिए प्रेरित किया। बच्चे अपने हाथों में दूरबीन लेकर सुदूर तालाब में बैठे पक्षियों को बारी-बारी से देखते रहे तथा उन रंग-बिरंगे पक्षियों के बारे में मौजूद अधिकारियों से पूछते रहे अधिकारी भी पक्षियों के नाम और उनकी दिनचर्या के बारे में बच्चों को बताते रहे। सैकड़ो के समूह में पक्षियों को उड़ते देख बच्चों का मन रोमांचित हो उठा। काफी देर बाद सभी लोग नगरिया वेटलैंड में बने वाच टॉवर के निकट और वहां बच्चों को पर्यावरण में पक्षियों के महत्व के बारे में बताया गया। रेंजर साजिद हसन ने बताया कि 2 फरवरी को पूरे भारत में बर्ड फेस्टिवल डे मनाया जाता है इस दौरान झीलों तालाबों और अन्य पानी के स्रोतों के पास मौजूद पक्षियों के बारे में लोगों को बताया जाता है जिससे कि वे इन परिंदों की सुरक्षा और उनके संवर्धन के लिए आगे आए। डिप्टी रेंजर संत प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि सारस हमारे प्रदेश का राजकीय पक्षी है। हमें सरस के साथ ही अन्य पक्षियों की सुरक्षा करनी चाहिए। प्रधानाध्यापक धर्मवीर गुप्ता ने बच्चों को संबोधित करते हुए बताया कि यदि पक्षी न हों तो कीटों की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी हो सकती है जिससे पर्यावरण को भारी नुकसान हो सकता है इसलिए हम सभी को इन परिंदों को बचाने के लिए पहल करनी चाहिए। कार्यक्रम में वनरक्षक सागर कुशवाहा, नगरिया ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान संजीव वर्मा व अन्य कर्मचारी भी उपस्थित रहे।

● रंग-बिरंगे पक्षियों को जानने को बच्चों में दिखा उत्साह :
   रंग-बिरंगे पक्षियों के दुर्लभ संसार को जानने और समझने की इच्छा से बालक और बालिकाएं वन विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई दूरबीन को लेकर बारी-बारी से पक्षियों को देखते रहे और उनके बारे में मौजूद वनाधिकारियों से पूछते रहे। वनाधिकारी भी बच्चों की जिज्ञासाओं को शांत करने के लिए पूछे गए प्रश्नों को सरल शब्दों में बताते रहे। इससे बच्चे बेहद उत्साहित और प्रसन्न दिखाई दिए। 

● वेटलैंड में ये पक्षी दिखाई दिए : 
वर्ड वाचिंग कार्यक्रम के अंतर्गत स्थानीय पक्षियों के अलावा 13 डार्टर, 18 सारस,  3 किंगफिशर, 6 व्हाइट नेल्ड स्टार्क, 6 लाल चौक नीलकंठ, 26 लिटिल एग्रेट, 20 कामन टील, 5 ब्लैक डैंगो, 2  सिकरा, 270 अररी तथा 22 गेनुआ पक्षी दिखाई दिये। जिनकी कुल संख्या 391 थी।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Post Comments