● सभ्यता व संस्कृति का संगम है भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव : सीडीओ
● नेपाल के प्रतिनिधि बोले, भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव से और मजबूत होंगे देशों के संबंध
● भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव : दोनों देशों के कलाकारों ने प्रस्तुत किए कई रंगारंग कार्यक्रम, दर्शकों ने खूब बजाई तालियां
लखीमपुर खीरी 26 फरवरी। संस्कृति विभाग व जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को चंदनचौकी स्थित परियोजना कार्यालय प्रांगण में भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव का भव्य आगाज हुआ। कार्यक्रम में दोनों देशों की कला व संस्कृति का अदभुत संगम दिखा।
कार्यक्रम में खीरी जिले के सीडीओ अनिल कुमार सिंह, सांसद प्रतिनिधि दीपक तलवार, ब्लॉक प्रमुख वीरेंद्र शुक्ला और नेपाल राष्ट्र से कृषि मंत्री रामेश्वर चौधरी, भूतपूर्व सांसद रेशम चौधरी, विधायक वीर बहादुर थापा, घनश्याम चौधरी, डिप्टी मेयर भूलिया कुमारी राणा ने सामूहिक रूप से सीएमओ डॉ संतोष गुप्ता, एसडीएम कार्तिकेय सिंह, सीओ अजेंद्र यादव, सहायक निदेशक (संस्कृति) डॉ राजेश अहिरवार, डीपीआरओ सौम्यशील सिंह, डीसी उद्योग संजय सिंह, पीओ यूके सिंह की मौजूदगी में दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
सीडीओ अनिल कुमार सिंह ने कहा कि भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव सभ्यता व संस्कृति का संगम है। इससे लोग एक-दूसरे की सभ्यता व संस्कृति से परिचित होंगे। उन्होंने दोनों देशों से पधारे जनप्रतिनिधियों, प्रतिभाशाली कलाकारों का खीरी जिला प्रशासन एवं भारत राष्ट्र की ओर से अभिनंदन और स्वागत किया।
नेपाल राष्ट्र से कृषि मंत्री रामेश्वर चौधरी ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से दोनों देशों के बीच रोटी-बेटी का संबंध मजबूत होगा। भूतपूर्व सांसद रेशम चौधरी ने कहा कि यह मैत्री महोत्सव भारत सरकार एवं उप्र सरकार की ओर से एक अच्छी पहल है। विधायक वीर बहादुर थापा ने कहा कि यह आयोजन अपने आप में यादगार बन गया है। पुरातन काल से भारत नेपाल के रोटी बेटी के संबंध रहे हैं। डिप्टी मेयर भूलिया कुमारी राणा ने कहा कि ऐसे आयोजन से दोनों देशों के बीच पुरातन काल से चली आ रही दोस्ती और मजबूत होगी। भगवान राम की ससुराल जनकपुर में है। इसलिए हम नेपाल को भारत से पृथक सोच ही नहीं सकते। इस कार्यक्रम से अच्छी यादें लेकर जा रही हूं।
कार्यक्रम की शुरुआत में संस्कृति विभाग उप्र के सहायक निदेशक डॉ. राजेश अहिरवार ने कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। भारत-नेपाल की मैत्री कार्यक्रम के माध्यम से दोनों देशों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। नेपाल सीमा से सटे आठ जिलों में मैत्री महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। यह 21 दिवसीय भव्य आयोजन 09 से शुरू हुआ है, जो 29 फरवरी तक चलेगा। छह स्थानों पर कार्यक्रम हो चुके हैं। 29 फरवरी को पीलीभीत में इसका समापन होगा। कार्यक्रमों में भारत नेपाल के लोक नृत्य, व्यंजन व हस्तशिल्प प्रदर्शनी, भारत नेपाल फ्यूजन बैंड शो, हिंदी, भोजपुरी, नेपाली व मैथिली आदि भाषाओं व संस्कृतियों के सांस्कृतिक प्रदर्शन किए जा रहे।
कार्यक्रम के अंत में सीडीओ अनिल कुमार सिंह और एसडीएम पलिया कार्तिकेय सिंह ने नेपाल से आए अतिथियों के प्रति आभार ज्ञापित करते हुए स्मृति चिन्ह भेंट किया।
● लोकगीत व नृत्यों ने बांधा समा
’रघुबीरा’ नृत्य नाटिका, भारत-नेपाली फ्यूज़न बैण्ड शो, भारतीय लोक नृत्य, डान्स ऑफ यू.पी. फ्यूजन लोक नृत्य शो, व्यंजन एवं हस्तशिल्प प्रदर्शनी, हिन्दी, भोजपुरी, मैथिली एवं नेपाली गायको की प्रस्तुति, भारत-नेपाल परिधान प्रदर्शन शो, तराई सीमा जनपदों की सांस्कृतिक यात्रा भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव के मुख्य आर्कषण रही। मैत्री महोत्सव में नेपाली डांडिया/बांसुरी/घाटू/मारूनी आदि नृत्यों की प्रस्तुति भी आयोजन में चार चांद लगाया।
लखनऊ से आई मनीषा यादव ने लोकनृत्य
एवं डांस ऑफ इंडिया पर शानदार प्रस्तुति देकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत की। नेपाल राष्ट्र से कंचनपुर अंचल से आए कलाकारों ने नेपाली बासुरी नृत्य, नेपाली डांडिया नृत्य के साथ ही अन्य कार्यक्रम प्रस्तुत किए। लखनऊ से लोकगायिका संजोली पांडेय ने मनमोहक गायन पर अपनी प्रस्तुति देकर लोगों का मनमोह लिया। एकलव्य आवासीय मॉडल विद्यालय लखीमपुर की छात्राओं ने भारतीय परिधानों में पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत कर सभी को झूमने को मजबूर कर दिया। लोक नृत्य मनीषा यादव लखनऊ, सुनील राणा लखीमपुर ने नेपाली थारु होली , देशभक्ति लोक गायन आनंद अग्निहोत्री, थारु लोक गायन रिंकू राणा पीलीभीत ने अपनी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का सफल संचालक विजित सिंह ने किया।
● 225 जनजातीय कन्याओं को निशुल्क साइकिल की सौगात, खिले चेहरे
एकीकृत जनजाति विकास परियोजना चंदन चौकी के प्रांगण में आयोजित भारत नेपाल मैत्री महोत्सव कार्यक्रम के दौरान सीडीओ अनिल कुमार सिंह ने ब्लॉक प्रमुख वीरेंद्र शुक्ला, परियोजना अधिकारी यूके सिंह, एसडीएम कार्तिकेय सिंह, एवं नेपाल से आए अतिथियों/जनप्रतिनिधियों के साथ अनुसूचित जनजाति की मेधावी छात्राओं के प्रोत्साहन के लिए 225 मेधावी छात्राओं को साइकिल वितरित की। आयोजित कार्यक्रम में साइकिल पाकर मेधावी छात्राओं के चेहरे खिल उठे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Post Comments