Breaking

शनिवार, 3 फ़रवरी 2024

सिक्किम के राज्यपाल श्री लक्ष्मण प्रसाद आचार्य द्वारा माघ मेले में ब्रह्माकुमारीज के शिविर का उद्घाटन


 
प्रयागराज। सिक्किम के राज्यपाल श्री लक्ष्मण प्रसाद आचार्य का मानना है कि भारतीय अध्यात्म और ज्ञान परंपरा को स्थापित करने में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय का प्रयास निश्चित रूप से स्तुत्य एवं वंदनीय है। महामहिम राज्यपाल आज प्रयागराज में त्रिवेणी संगम की पावन भूमि पर माघ मेला में आयोजित ब्रह्माकुमारीज के शिविर का उद्घाटन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विदेशी आक्रांताओं ने हमारे आध्यात्मिक मूल्यों को कुचल दिया था हमें प्रसन्नता है कि इस संस्था ने इन मूल्यों की पुनर्स्थापना में सराहनीय कार्य किया है और कर रही है। राज्यपाल जी ने संस्थान में नारी शक्ति के सशक्तिकरण के बारे में कहा कि वास्तव में हमारे महान देश की नारी शक्ति जागृति की प्रतीक है।उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश में नारी शक्ति वंदन अधिनियम लागू करने के लिए मुक्त कंठ से केंद्र सरकार की सराहना की। इस अवसर पर महामहिम ने संस्थान की ओर से लगाई गई नशा मुक्ति चित्र प्रदर्शनी और 3D एनीमेशन शो का भी उद्घाटन किया।
कार्यक्रम भी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित इलाहाबाद उच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति श्री मंजू रानी चौहान ने कहा कि आज आपाधापी के इस वातावरण में मन की शांति अति आवश्यक है और इस दिशा में ब्रह्माकुमारीज का प्रयास स्वागत योग्य है। उन्होंने ब्रह्माकुमारी मनोरमा दीदी के साथ अपने माउंट आबू के संस्मरणों को याद करते हुए कहा कि उन्हें ब्रह्माकुमारीज के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय माउंट आबू में न्यायविदों की संगोष्ठी में जाने का अवसर प्राप्त हुआ। न्यायमूर्ति ने कहा कि न्याय की दिशा में आत्मा की सुचिता और पवित्रता परम आवश्यक है।
ब्रह्माकुमारीज की क्षेत्रीय संचालिका राजयोगिनी मनोरमा दीदी ने इस अवसर पर महामहिम राज्यपाल और न्यायमूर्ति का स्वागत करते हुए कहा की दृष्टि, वृत्ति और कृति की सुचिता के बिना आत्मा का परमात्मा से मिलन असंभव है। महामहिम राज्यपाल के स्वागत में रामायण का संदर्भ देते उन्होंने कहा जहां लक्ष्मण जैसा भाई हो वहां स्थिति सदैव अनुकूल हो जाती है और विजय सुनिश्चित हो जाती है। उन्होंने कहा लक्ष्य प्राप्ति के लिए वैभव और साधन आवश्यक नहीं है अगर ऐसा होता तो वनवासी राम लंका अधिपति रावण को पराजित कैसे कर पाते।
संस्थान का परिचय देते हुए ब्रह्माकुमारी शैलजा बहन ने बताया कि भारत सहित कुल 140 देश में 9500 से अधिक शाखाओं द्वारा प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय संसार में नैतिक मूल्यों की स्थापना करने तथा विश्व शांति के लिए व्यापक प्रयास कर रहा है। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी सुषमा दीदी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। प्रदेश विद्या भारती के सह मंत्री श्री चिंतामणि  सिंह तथा भाजपा नेता श्री आशीष केसरवानी सहित अन्य अतिथियों ने भी अपने विचार रखे।
 कार्यक्रम में प्रयाग संगीत समिति की उपनिदेशिका एवं संगीत प्रभारी श्रीमती उमा दीक्षित के संयोजन में कलाकारों द्वारा मनोहारी प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम का संचालन ब्रह्माकुमारी नीलम बहन ने किया।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Post Comments