प्रयागराज। रोजगार के सवाल पर 74 दिनों से जारी आंदोलन में पत्थर गिरजाघर धरना स्थल पर युवा मंच ने प्रस्ताव पारित कर कहा है कि पूर्व में भर्तियों में हुई धांधली व पेपर लीक मामलों में शिक्षा माफियाओं समेत भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों पर प्रभावी कार्रवाई के बजाय सीएम योगी आदित्यनाथ चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता, भ्रष्टाचार मुक्त होने व रिकॉर्ड रोजगार सृजन का प्रोपेगैंडा करते रहे।युवा मंच व संयुक्त युवा मोर्चा द्वारा लगातार प्रदेश में 6 लाख रिक्त पदों को तत्काल भरने, चयन प्रक्रिया में भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए समुचित कदम उठाने की मांग की गई। लेकिन युवाओं की वाजिब मांगों को अनसुना कर दिया गया उल्टे शांति पूर्ण व लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलनों पर बर्बर दमन ढहाया गया। जिस तरह से आरओ/एआरओ व पुलिस परीक्षा में धांधली हुई, यह अभूतपूर्व है । इसे लेकर युवाओं में जबरदस्त रोष व्याप्त है और हजारों छात्र आंदोलन कर रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लाखों युवाओं के भविष्य से जुड़े इतने गंभीर मामले में चुप हैं। युवा मंच ने आरओ/एआरओ और पुलिस भर्ती पेपर लीक प्रकरण में पुनर्परीक्षा आयोजित कराने और सीबीआई जांच करा शिक्षा माफियाओं समेत अन्य दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने की छात्रों की मांगों का पुरजोर समर्थन करते हुए करते शांतिपूर्ण व लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करने की अपील की गई है।
युवा मंच की ओर से राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को प्रेषित पत्र में पेपर लीक प्रकरण में हस्तक्षेप कर सरकार को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने और लोक सेवा आयोग के सचिव को तत्काल निलंबित करने व अध्यक्ष से इस्तीफा दिलाने का भी अनुरोध किया गया है।
धरना में युवा मंच संयोजक राजेश सचान अध्यक्ष अनिल सिंह, तेजेश सिंह, ब्रह्म सेन, ओम प्रकाश आदि शामिल रहे।
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