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शुक्रवार, 1 दिसंबर 2023

फूलबेहड़ ( खीरी ) / शोषण के खिलाफ शिक्षकों ने खण्ड शिक्षा अधिकारी को सौंपा मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन

● उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल (पू.मा.) शिक्षक संघ ब्लॉक इकाई फूलबेहड़- खीरी ने लगाया प्रताड़ना का आरोप

फूलबेहड़ ( खीरी) 1 दिसंबर। आज उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल (पू.मा.) शिक्षक संघ ब्लॉक इकाई फूलबेहड़ के माध्यम से मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को संबोधित ज्ञापन खंड शिक्षा अधिकारी फूलबेहड़ के माध्यम से सौपा गया।  ज्ञापन को  ब्लॉक अध्यक्ष हरिबंशलाल और मंत्री आदित्य कुमार गुप्ता  के नेतृत्व में ब्लॉक के समस्त शिक्षकों ने खंड शिक्षा अधिकारी फूलबेहड़ को सौंपा।  

ज्ञापन में मुख्यमंत्री महोदय से निवेदन किया गया है कि महानिदेशक स्कूल शिक्षा उत्तर प्रदेश द्वारा लगातार बेसिक शिक्षा में प्रयोग के नाम पर लाखों बेसिक शिक्षा में कार्यरत कर्मचारियों को प्रताड़ित करने जबरदस्ती प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद कर्मचारी आचरण अनुशासन नियमावली बेसिक शिक्षा परिषद नियमावली के विरुद्ध जाकर मनमानी आदेश करने  शिक्षकों को भयभीत कर शोषण करने का कार्य कर रहे हैं शिक्षकों का कहना था की बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश एक संवैधानिक संस्था है जिसमें किसी भी नियम बनाने , परिवर्तन करने एवं संशोधन के लिए परिषद में प्रस्ताव लाकर बैठक कर पारित किया जाना चाहिए परंतु विगत कई वर्षों से परिषद को अस्तित्वहीन कर दिया गया है और आदेश पर आदेश लागू किया जा रहे हैं वर्तमान में एक आदेश के द्वारा शिक्षकों को अपने निजी संसाधनों के द्वारा डाटा व सिम खरीद कर उपस्थिति  हेतु सुबह 8:45 से 9:00 तक ऑनलाइन उपस्थित मय फेस के निर्देश दिए गए हैं जिसमें बच्चों एवं कार्यरत शिक्षकों की फेस रिकॉग्निशन से उपस्थित से जा रहे डेटा की सुरक्षा की व्यवस्था का कोई जिक्र नहीं है जबकि14 वर्ष से कम बच्चों की फोटो के साथ उपस्थित भेजना बाल अधिकार अधिनियम का उल्लंघन होगा जिसका जिम्मेदार भविष्य में शिक्षक को ही ठहराया जाएगा जमीनी हकीकत से दूर बैठकर बेहद कठिन दूरस्थ दुर्गम क्षेत्रो में पढ़ रहे बच्चों का भविष्य जमीनी स्तर की हकीकत को जाने बिना निजी महत्वाकांक्षा की भेंट चढ़ रहा है आज भी कई ऐसे ग्रामीण अंचल है जहां पहुंचना प्रतिदिन शिक्षकों के लिए एक चुनौती है किसी भी कारण से यदि कोई शिक्षक 1 मिनट भी विलंब से विद्यालय पहुंचता है तो वह उपस्थिति देने में असमर्थ होगा और उसे दिन वह अनुपस्थित माना जाएगा और वेतन से वंचित होगा ऐसे आदेश केवल यह सिद्ध करने में लगे हैं की शिक्षक अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं करता जबकि वर्ष 2013 से जनपद के अंदर न ही स्थानांतरण हुए और न ही पदोन्नति वेतन विसंगति 15 वर्षों से दूर नहीं की जा सकी जिससे करीब 40000 शिक्षक प्रभावित है पारस्परिक स्थानांतरण की प्रक्रिया पूर्ण है फिर भी कार्य मुक्ति नहीं की जा रही ।चिकित्सा सुविधा के नाम पर शिक्षकों का मजाक बनाया गया EL की सुविधा शिक्षकों को नहीं दी जा रही और अर्जित अवकाश के नाम पर शिक्षकों को ठेंगा दिखाया जाता है जबकि  शिक्षक से शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक कार्य अवकाश के दिनों में भी कार्य लिए जा रहे है ।प्रदेश में प्रदेश में प्रधानाध्यापक के अधिकांश पद खाली है जिनको केवल वैकल्पिक व्यवस्था के माध्यम से विगत कई वर्षों से चलाया जा रहा है मध्यान भोजन योजना ग्राम प्रधान द्वारा होने के बावजूद भी शिक्षकों के ऊपर थोप दी गई है शिक्षामित्र अनुदेशक के मानदेय वृद्धि ना करना तमाम ऐसे बिंदुओं को लेकर आज ब्लॉक के सभी शिक्षकों ने बीआरसी फूलबेहड़ पर आकर ज्ञापन दिया।
 इस अवसर पर जिलाध्यक्ष विनोद मिश्र, ब्लॉक अध्यक्ष हरिबंशलाल, मंत्री आदित्य गुप्ता, अनूप मिश्रा, छैल बिहारी मिश्र बृज मोहन तिवारी अबरार अहमद शिवगोविंद मनोज प्रजापति एकता मिश्र शैलेन्द्र संजय कुमार हरेराम नीतू यादव दीनदयाल शिवम अजय  शुष्म गुप्ता गुरु प्रसाद शामा बेगम जितेंद्र गोस्वामी संदीप शुक्ल शुभाष मिश्र विशेष कुमार  ब्रिन्दरगीत कौर, कुशल कुमार, मनोज कुमार मुकेश त्रिपाठी आदि  सैकड़ों शिक्षक उपस्थित रहे।

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