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शनिवार, 30 दिसंबर 2023

साहित्यिक संगोष्ठी एवं पुस्तक विमोचन – “झरबेरी” रचनाकार - डॉ सुधा मिश्रा

प्रयागराज। हिंदुस्तानी एकेडमी, प्रयागराज में साहित्यिक संगोष्ठी एवं पुस्तक विमोचन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर डॉ. सुधा मिश्रा द्वारा रचित कविता संग्रह ‘झरबेरी’ का विमोचन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति एवं उच्च शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष प्रो गिरीश चंद्र त्रिपाठी एवम कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. प्रेमशंकर पाण्डेय, राष्ट्रीय सह-प्रभारी-चिकित्सक प्रकोष्ठ एवं सदस्य, राष्ट्रीय कार्य समिति, विश्व आर्युवेद परिषद ने किया। कार्यक्रम का प्रारम्भ मां सरस्वती की पूजा और दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। तत्पश्चात, पुष्प गुच्छ देकर अतिथियों का स्वागत किया गया। मंच पर उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों ने कविता संग्रह ‘झरबेरी’ का विमोचन किया। अपनी काव्य यात्रा से जुड़ी कुछ यादें श्रोताओं के साथ साझा करते हुए ‘झरबेरी’ की रचनाकार डॉ. सुधा मिश्रा ने अपनी कुछ कविताओं का पाठ किया। इसके उपरांत मुख्य वक्ताओं  द्वारा पुस्तक की समीक्षा की गई। डॉ आशा उपाध्याय ने अपने अभिभाषण ने कहा कि इस संग्रह की कविताओं ने काव्य लेखन की बारीकियों के साथ साथ जीवन के विभिन्न विषयों की मार्मिकताओं को दर्शाया है । डॉ रवीन्द्र कुमार द्विवेदी ने कहा कि सार्थक साहित्य एवं काव्य आज समाज को जीवंत बनाए रखने के लिए आवश्यक है । झरबेरी की कविताएं जीवन में जीवंतता बनाए रखने के लिए प्रेरित करती हैं ।  अजामिल जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि कविता की समीक्षा या आलोचना करने की बजाए हमें उसे अपने जीवन में अपनाना चाहिए। झरबेरी एक ऐसा काव्य संग्रह है जिसमें जीवन की ऊहापोह और संघर्ष को बहुत सजीव रूप में लिखा गया है । 
तदोपरांत प्रयागराज की वरिष्ठ चित्रकार प्रतिभा पाण्डेय ने  'झरबेरी' की कुछ कविताओं का सस्वर पाठ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। 
मुख्य अतिथि काशी हिन्दू विवि के पूर्व कुलपति एवं उच्च शिक्षा परिषद, उप्र के पूर्व अध्यक्ष डॉ गिरीश चंद्र त्रिपाठी जी  ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज समाज जिस परिस्थिति में है, उसमें कवियों को आगे आना चाहिए और समाज में हो रहे विघटन एवं बुराइयों के प्रति समाज को जागृत करने के लिखना चाहिए । झरबेरी की कविताएं देश और समाज के विभिन्न पहलुओं की मार्मिक अभिव्यक्ति है । अध्यक्षीय भाषण देते हुए डॉ. प्रेमशंकर पाण्डेय ने रचनाकार डॉ. सुधा मिश्रा के जीवन एवं साहित्यिक यात्रा से संबंधित अनेक पहलुओं को उजागर किया तथा अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया । 
कार्यक्रम का संचालन डॉ नरेन्द्र कुमार पाण्डेय, सचिव विश्व आयुर्वेद परिषद, प्रयागराज ने किया । कार्यक्रम  में डॉ रवीन्द्र कुमार द्विवेदी, प्राचार्य, एस बी पी जी कॉलेज, वाराणसी  एवं मैनेजिंग डायरेक्टर, स्वामी गोविंदाश्रम पी जी कॉलेज, पैड़ापुर, मीरजापुर, श्री अजामिल  व्यास जी (वरिष्ठ लेखक एवं चित्रकार) , डॉ श्लेष गौतम (वरिष्ठ कवि) एवं डॉ. शांति चौधरी मुख्य वक्ताओं के रूप में उपस्थित रहे। डॉ. मीना दरबारी, डॉ. एस एस उपाध्याय, डॉ. बी एस रघुवंशी, डॉ एस सी दुबे , डॉ बी डी तिवारी ,  डॉ. एम डी दुबे एवं डॉ. जे नाथ के अतिरिक्त प्रयागराज के अनेक चिकित्सक एवं गणमान्य नागरिक भी उपस्थित रहे।

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