लखीमपुर-खीरी। 14 स्वास्थ्य संकेतांकों पर प्रत्येक माह जारी किये जाने वाली यूपी हेल्थ डैश बोर्ड रैंकिंग में लखनऊ मंडल में जनपद खीरी को प्रथम स्थान मिला है, वहीं प्रदेश में 11वां स्थान प्राप्त हुआ है। जिसे लेकर बेहतर प्रदर्शन करने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता द्वारा प्रशंसा की गई है। वहीं अन्य सभी को 14 स्वास्थ्य इंडिकेटर पर और अधिक बेहतर तरीके से कार्य करने के निर्देश भी दिए गए हैं जिससे जिले की रैंकिंग को और बेहतर किया जा सके।
डीपीएम अनिल यादव ने बताया कि शासन द्वारा 14 स्वास्थ्य संकेतांकों की प्रगति की रिपोर्ट की जाती है। जिसके आधार पर यह तय किया जाता है कि किस जिले में स्वास्थ्य इंडिकेटर में कितना बेहतर कार्य हो रहा है या फिर कहां पर सुधार की आवश्यकता है। ऐसे में खीरी जनपद की अक्टूबर माह की रैंकिंग जो प्रदेश में 50 में नंबर की थी, वह नवम्बर माह में सुधार करते हुए 11वें स्थान पर पहुंच गई है। रिपोर्ट में रैंकिंग की स्थिति संतोषजनक न होने को लेकर सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कार्यरत सीएचसी अधीक्षक और बीसीएम यूनिट की समीक्षा सीएमओ डॉ संतोष गुप्ता द्वारा की गई थी और इसे तत्काल सुधारने को लेकर कड़े निर्देश जारी किए गए थे। साथ ही उनके द्वारा डीपीएम यूनिट को लगातार मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए थे। यही कारण रहा कि अक्टूबर 2023 माह में 50वीं रैंकिंग पर रहने वाला खीरी जनपद नवंबर माह में सीधे 11 वें स्थान पर पहुंच गया है। जिसमें सीएचसी फरधान, बांकेगंज व कुम्भी-गोला जनपद में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रहे है। उन्होंने 14 स्वास्थ्य इंडिकेटर को लेकर बताया कि गर्भवती महिलाओं की प्रसव के दौरान होने वाली 04 जांचें, गर्भवती महिलाओं की खून की जांच, गर्भवती महिलाओं का एचआईवी स्क्रीनिंग, एक वर्ष तक बच्चों का पूर्ण प्रतिरक्षण, परिवार कल्याण (reversible mathod) रिवर्सिबल मैथड, नवजात शिशुओं का आशा द्वारा देखभाल, संस्थागत प्रसव, आशा भुगतान, नियमित टीका करण शामिल हैं। सीएमओ डॉ संतोष गुप्ता के दिए गए निर्देशों और क्रम में व जिलाधिकारी/अध्यक्ष जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा नियमित समीक्षा से यूपी हेल्थ डैश बोर्ड की रैंकिंग में सुधार हुआ है और इसे गुणवत्तापूर्ण बनाया गया है। सीएमओ डॉ संतोष गुप्ता द्वारा बताया गया कि डीपीएम अनिल यादव द्वारा निरंतर ब्लाक कार्य्रक्रम प्रबधक इकाई के साथ मिलकर बीपीएम, बीसीपीएम, एएनएम, व आशा के साथ क्लस्टर बैठक में संचालित कार्यक्रमों की बेहतर प्रगति कैसे हो इसके बारे में प्रशिक्षण दिया गया है। नियमित समीक्षा व हैण्ड होल्डिंग करने कारण संकेतकों में गुणात्मक सुधार के साथ बेहतर रैंक आई है। जिला कार्यक्रम प्रबधक को इंडिकेटर में निरंतरता बनाये रखने हेतु निर्देशित किया गया है। आगमी माह में भी प्रदेश में जनपद की टॉप 10 रैंक आए ऐसा प्रयास निरंतर जारी है।
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