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शनिवार, 28 अक्तूबर 2023

निराश्रित गोवंश संरक्षण समीक्षा बैठक संपन्न, व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए डीएम ने किया निर्देशित

लखीमपुर खीरी 27 अक्टूबर। शुक्रवार शाम डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में निराश्रित गोवंश संरक्षण, सहभागिता योजना की प्रगति की समीक्षा बैठक की एवं संबंधित को जरूरी निर्देश दिए। बैठक का संचालन सीडीओ अनिल कुमार सिंह ने किया।

डीएम ने अफसरों को गो आश्रय स्थल की सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखने के लिए निर्देशित किया। गौशाला प्रबंधन के लिए एसडीएम, बीडीओ एवं वेटरनरी ऑफिसर आपसी समन्वय रखकर गौ आश्रय स्थल की व्यवस्थाओं को बेहतर बनवाते हुए आदर्श बनवाएं। उन्होंने जिले में निराश्रित गौवंश संरक्षण, भूसा संग्रहण, गो आश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंश तथा मुख्यमंत्री सहभागिता योजना के तहत सुपुर्द बेसहारा गोवंशो के भरण-पोषण के लिए डीबीटी प्रक्रिया के जरिए होने वाले भुगतान की प्रोगेस जानी, संबंधित को जरूरी निर्देश दिए। 

प्रत्येक गो आश्रय स्थल का क्षेत्रीय लेखपाल एवं ग्राम सचिव प्रतिदिन को आश्रय स्थल का भ्रमण कर व्यवस्थाओं को सुनिश्चित कराएंगे। वेटनरी ऑफिसर अधिकतम दो दिनों में एक बार, पर्यवेक्षण अधिकारी सप्ताह में एक बार अनिवार्य रूप से गो आश्रय स्थल का भ्रमण करेंगे। बीमार गोवंश का प्रॉपर ट्रीटमेंट हो, इसे सुनिश्चित करें। डीएम ने निर्देश दिए कि प्रत्येक ईओ, बीडीओ यह सुनिश्चित कराए कि जिला स्तर से निर्धारित दर से अधिक भूसे की खरीद कदापि न हो। 

सीडीओ अनिल कुमार सिंह ने निर्देश दिए कि सभी गो आश्रय स्थलों पर संरक्षित गोवंशो की अनिवार्य रूप से प्रत्येक गोवंश की टैगिंग हो, इसे सुनिश्चित कराएं। आश्रय स्थल में हरे चारे एवं भूसे की पर्याप्त उपलब्धता हो। निर्देश दिए कि वेटरनरी ऑफिसर अवकाश के दौरान लिंक वेटरनरी अफसर की भी गो आश्रय स्थल की व्यवस्थाओं को सुनिश्चित कराएंगे।सभी आश्रय स्थलों में भ्रमण पंजिका में निरीक्षण के दौरान अधिकारी जाने और आने का समय अवश्य अंकित करें। आश्रय स्थल में पेयजल एवं प्रकाश की समुचित व्यवस्था हो इसे भी सुनिश्चित कराया जाए।

सीवीओ डॉ सोमदेव सिंह ने बताया कि जिले में 110 गो आश्रय स्थल क्रियाशील है। इसके अलावा 14 गो आश्रय लगभग बनकर तैयार हैं। वही 47 आश्रय स्थल पाइपलाइन में है। बैठक में डीसी मनरेगा विपिन कुमार चौधरी, डीडीओ दिनकर विद्यार्थी, सीवीओ सोमदेव सिंह, डीसी मनरेगा राजेंद्र श्रीवास, सभी एसडीएम, बीडीओ, वेटनरी ऑफिसर, सभी 102 पर्वेक्षण अधिकारी मौजूद रहे।
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