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रविवार, 29 अक्तूबर 2023

चंद्रग्रहण में आस्थावानों ने लगाई गंगा में पुण्य की डुबकी रात होते ही काशी के प्रमुख मंदिरों में उमड़ी भारी भीड़

वाराणसी। 2023 साल के आखिरी चंद्रग्रहण पर हजारों लोगों ने गंगा में डुबकी लगाई। पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों के आस्थावानों ने काशी के गंगा घाटों की ओर रुख किया। खंडग्रास चंद्रग्रहण के दौरान सभी प्रमुख घाट आस्थावानों से पटे रहे।स्नान के लिए लोगों का दोपहर से ही गंगा किनारे पहुंचना शुरू हो गया था। ग्रामीण इलाकों के श्रद्धालुओं ने दोपहर में गंगा आरती के बाद अपनी जगह सुरक्षित कर ली थी। जैसे जैसे ग्रहण का समय नजदीक आ रहा था, वैसे वैसे भीड़ बढ़ती जा रही थी। 
रात्रि 01:05 बजे ग्रहण का स्पर्श होने से पहले ही अनेक लोगों गंगा में कमर तक जल में खड़े होकर गुरु के दिए मंत्र का जप आरंभ कर दिया था। वहीं बहुत से लोग स्पर्श काल में डुबकी लगाने के बाद घाट की सीढ़ियों पर लौट आए। ग्रहण के मध्य और मोक्ष काल में पुन: डुबकी लगाई। ग्रहण का दान लेने के लिए बड़ी संख्या में भिखारियों का जमावड़ा दशाश्वमेध, पंचगंगा घाट, गायघाट, बालाजी घाट और अस्सी घाट के निकट दिखा।घाटों पर सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस और जल पुलिस की तैनाती की गई थी। जल पुलिस के जवान घाट किनारे बंधी नौकाओं पर मुस्तैद दिखे। लोगों को गहरे पानी में जाने से रोकने के लिए वे लगातार सीटी बजा रहे थे। प्रमुख घाटों के किनारे बैरिकेडिंग भी की गई थी।चंद्रग्रहण के कारण काशी विश्वनाथ मंदिर एवं अन्नपूर्णा मंदिर को छोड़ कर शेष सभी मंदिर सूतक काल आरंभ होते ही बंद कर हो गए थे। विश्वनाथ मंदिर परंपरानुसार सूतक काल में भी खुला रहा। सूतक काल में आरती के दौरान सिर्फ फलों का भोग लगाया गया। बाबा की शयन आरती के समय हुआ शृंगार गर्भगृह बंद होने से पहले हटा लिया गया। सामान्य दिनों में यह शृंगार मंगला आरती से पहले हटाया जाता है। शयन आरती का शृंगार हटाने के बाद गर्भगृह सहित धाम परिसर स्थित सभी मंदिर की धुलाई की गई। ग्रहण का स्पर्श होने से पहले सभी मंदिरों में बेलपत्र आदि रख कर पट बंद कर दिए गए। वहीं संकट मोचन मंदिर, गौरी केदारेश्वर, दुर्गाकुंड स्थित दुर्गा मंदिर, दुर्ग विनायक मंदिर, त्रिदेव मंदिर, लोहटिया स्थित बड़ा गणेश, सोनारपुरा स्थित चिंतामणि गणेश, कोतवाली स्थित काल भैरव मंदिर, बीएचयू विश्वनाथ मंदिर,और पड़ाव स्थिति त्रयंबकेश्वर महादेव मंदिर सूतक काल आरंभ होने के समय सायं 04: 25 बजे बंद कर दिए गए थे।

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