प्रयागराज के दारांगज मुहल्ले में है सुनारी गली( विश्व प्रासिद्ध दशासवामेढ मन्दिर के पीछे मोती महल के पास)जिसकी हालत बाड़े से भी गयी गुजरी है। जबकि यहॉ प्रोफेसर,ई जिनियर डिफेंस अधिकारी व्यापारी रिटायर इंस्पेक्टर आदि का गङ्गा प्रेमी परिवार रहता है
स्थानीय लोगो की माने तो पिछले 10 वर्षों से इसकी मरम्मत नही हुई ।बूलाने पर भी कोई नही आता है। आलम यह है कि इस गली में लगभग 2 साल तक पीने का पानी नहीं आया किसी के घर में समरसेबल पंप की बोरिंग से लोगों ने काम चलाया मीडिया की सुर्खियां बनने पर इस मोहल्ले में पीने के पानी का 3 इंच की पाइपलाइन डाली गई। जिसे ठेकेदार ने पैसे की बचत करने के लिए गंदगी बहने वाली नली में डाल दिया ताकि उसे अलग से गड्ढा ना खुदवाना पड़े।3 इंच की पाइपलाइन डालने के बाद ठेकेदार द्वारा उसे वहां पहले की तरह इंटरलॉकिंग से बंद कर देना चाहिए था लेकिन ऐसा ना करके वह गली को बुरी हालत में छोड़कर भाग गया जिससे वहां जानवर गंदगी करते हैं नगर निगम कर्मी कभी उठते हैं कभी नहीं उठाते कभी भी संक्रामक बीमारी फैल सकती है महिने में एक बार हल्की फॉगिंग करवाकर उसकी वीडियो सोशल मीडिया में डालकर वाहवाही लूटी जाती है। गैमेक्सीन महीने में एकबार पड़ गयी वह भी बड़ी मशक्कत करने पर।वहां रहने वाले एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया की शिकायत करने पर नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी यहां तक की जनता द्वारा चुने हुए लोग भी बुरा मान जाते हैं 5 महीना पहले नाली के अंदर 3 इंच पीने के पानी पाइप लाइन डालकर ठेकेदार वीरेंद्र कुमार दुबे भाग गया हो सकता है उसका पेमेंट भी हो गया।इंटरलाकिंग की ईट भी नही बिछाया।प्रयागराज नगर निगम के लगभग समस्त अधिकारियों के संज्ञान में होने के बावजूद कोई सुनवाई नही।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Post Comments