● भारतीय स्टेट बैंक के सेवानिवृत्त स्टाफ की मैत्री बैठक में ज्ञान, ध्यान और सहयोग पर चर्चा के साथ नियमित बैठकों के आयोजन पर चर्चा हुई।
एक अंतराल के बाद स्थानीय व्यंजन रेस्टोरेंट में भारतीय स्टेट बैंक के विभिन्न सेवानिवृत अधिकारियों एवं कर्मचारियों की बैठक का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न सदस्यों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए अब से नियमित अंतराल पर बैठकों के आयोजन करने, एक दूसरे के संपर्क में रहने और अद्यतन बैंकिंग, सामाजिक जानकारियों के प्रति परस्पर जागरूकता बनाए रखने का निर्णय लिया गया।
ज्ञानेंद्र सक्सेना ने गीता से संदर्भित आयोजनों की जानकारी दी तो हरीश बरनवाल ने सभी को ईश्वर से सदैव जुड़ाव रखने और ध्यान करने का आह्वान किया। जी पी सेठ ने अपने समय के कार्यकाल के अनुभवों को व्यक्त करते हुए कहा कि तब सभी स्टाफ एक दूसरे के सहयोग के लिए तत्पर रहते थे किन्तु अब ऐसा कम ही होता है। राम मोहन गुप्त ने विभिन्न सामाजिक, पारिवारिक और वैयक्तिक सरोकारों से जुड़ाव के साथ स्वयं के लिए वक्त निकालने और विशेष रूप से एक दूसरे से मिलने मिलाने को जरूरी बताया।
परस्पर चर्चा में भाग लेते हुए उमाशंकर, विनोद छिब्बर, अमिताभ जलोटा ने आन लाईन ट्रांजेक्शन, शरद जायसवाल और राजीव भल्ला ने जीवन में हास परिहास, बाबूराम मिश्र तथा छोटे लाल ने ई बाइक्स और उनके रख रखाव पर चर्चा की। एसबीआई स्टाफ ग्रुप में अन्य सदस्यों को जोड़ने, आगामी बैठकों में विशेष प्रयास करके अधिकाधिक को सम्मिलित करने, एक दूसरे नियमित हाल चाल लेने और आवश्यकता पड़ने पर वांछित सहयोग करने के सहित, समय समय पर होने वाली बैठकों व कार्यक्रमों के व्यय भार को सामूहिक रूप से वहन करने के निर्णय के साथ बैठक सम्पन्न हुई।
इस अवसर पर जी पी सेठ, अशोक कपूर, विजय मेहरोत्रा, सोमनाथ धवन, हरीश बरनवाल, बाबू राम मिश्र, छोटेलाल, राकेश कुमार, शिरोमणि सिंह कनौजिया, ज्ञानेंद्र सक्सेना, विनोद छिब्बर, उमाशंकर, शरद जायसवाल, नरेश कुमार श्रीवास्तव, अमिताभ जलोटा, राजीव भल्ला, राम मोहन गुप्त
आदि उपस्थित रहे।
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