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रविवार, 3 सितंबर 2023

गौतमबुद्ध नगर के कायस्थ उद्यमियों के सपनों को उड़ान देगा चित्रांश चैम्बर ऑफ कॉमर्स का नोएडा चैप्टर, हुई शुरुआत

भगवान चित्रगुप्त स्तुति के साथ हुई चित्रांश चैंबर ऑफ कॉमर्स नोएडा चैप्टर की शुरुआत

● सीसीसी नोएडा चैप्टर संयोजक विवेक श्रीवास्तव ने नोएडा एक्सटेंशन एवं नोएडा के कायस्थ व्यवसायियों को जोड़ने का लिया संकल्प


ग्रेटर नोएडा। भगवान चित्रगुप्त जी की पूजा व माल्यार्पण के साथ आज ग्रेटर नोएडा वेस्ट में आज कायस्थ व्यवसायियों की बैठक से चित्रांश चैम्बर ऑफ कॉमर्स के नोएडा चैप्टर की शुरुआत हुई, इस बैठक में कायस्थों ने अपने व्यवसाय की जानकारी अन्य सदस्यों के साथ साझा की और सभी से अपील की कि सभी एक दूसरे के व्यवसाय को आगे बढ़ाने में सहयोग करें। 

आज मुख्य रूप से प्रोपर्टी सलाहकार आशीष, इवेंट कम्पनी से अनीता बासु, आई टी से धनंजय, पानी के व्यवसायी नवनीत, वकील शुभम साकेत ,सी.ए. रत्नेश , संजय लाभ,  इंटीरियर  डिजाइनर धीरज, कमलेश कर्ण , प्रशांत व कई अन्य व्यवसाई मौजूद रहे। सी सी सी के संस्थापक सदस्य व नोएडा चैप्टर के संयोजक  विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी प्रथिमंकता है की अगले ६ महीनो में वो नोएडा एक्सटेंशन और नोएडा में रह रहे कायस्थ व्यवसाइयों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में सीसीसी से जोड़े ताकि उन्हे उनकी बिजनेस में मदद मिल सके।

कायस्थ समाज के व्यवसायिक उत्थान के उद्देश्य से 2015 में सृजित किया गया था "बिजनेस एंड प्रोफेशनल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म" सीसीसी : अनुरंजन श्रीवास्तव

नोएडा एक्सटेंशन। चित्रांश चैम्बर ऑफ कॉमर्स के संस्थापक अध्यक्ष अनुरंजन श्रीवास्तव ने सीसीसी के मॉडल को विस्तार से समझाते हुए बताया कि चित्रांश चैंबर ऑफ कॉमर्स (सीसीसी) को जून 2015 में शुरू किया था और बाद में इसे जनवरी 2020 में ट्रस्ट के रूप में पंजीकृत किया,  ये मेरी सोच थी की अपने समाज के लोग जो किसी भी प्रकार के व्यवसाय से जुड़े है उनको कैसे मजबूत किया जाए। सीसीसी (चित्रांश चैंबर ऑफ कॉमर्स) शुरू करने के पीछे मेरा विचार कायस्थ प्रोफशनल्स और उद्यमियों की एक विशेष टीम को "बिजनेस एंड प्रोफेशनल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म" के रूप में स्थापित करना है, जिसका प्राथमिक उद्देश्य योग्य बिजनेस रेफरल का आदान-प्रदान करना और अपने सदस्यों द्वारा अपने सदस्यों के लिए अधिक व्यवसाय उत्पन्न करना है। व्यवसायी लोगों को व्यवसाय तब मिलता है जब उनकी विशेषज्ञता जानी जाती है और अन्य लोग उनके साथ सहज स्तर पर पहुंच जाते हैं। सीसीसी की बैठक महीने के हर दूसरे शनिवार को एक अच्छे होटल में गोलमेज बैठक करते हैं और सदस्यों और आगंतुकों (संभावित कायस्थ उद्यमियों) को बिजनेस ब्रेकफास्ट मीटिंग के लिए आमंत्रित करते हैं, नाममात्र रुपये बैठक शुल्क, जिसमें नाश्ता, स्टेशनरी और कार्यक्रम स्थल की लागत शामिल है। इन बैठकों में सदस्यों को एक-दूसरे से विचार, संपर्क और सबसे महत्वपूर्ण, व्यावसायिक रेफरल साझा करने का अवसर मिलता है। हर महीने हम मीटिंग में अपने हीं समाज से किसी एक्सपर्ट को बतौर मुख्य अतिथि के रूप में बुलाते हैं जो चैंबर के सदस्यों को उनके बिजनेस संबंधित सलाह देते है। कभी बैंक अधिकारी, अभी जीएसटी, इनकम टैक्स, लेबर ला के अधिकारी तो कभी मैनेजमेंट कालेज के प्रोफेसर तो कभी कोई सफल बिजनेस मैन को बुलाते है जो सीसीसी के  सदस्यों को शिक्षित व उत्साहीत  करते हैं। अपने सदस्यों को जरूरत पडने पर 50 हजार से 1 लाख रुपए का शॉर्ट टर्म बिजनेस लोन भी दिया जाता है, अभी इस चैंबर में करीब 80 से ज्यादा सदस्य हैं। साथ ही सीसीसी ने भी हाल में ही तामिलनाडु और महाराष्ट्र में चल रहे कायस्थ समाज के बिजनेस ग्रुप से भी टाई अप किया है जिससे की व्यापर करने का दायरा बढ़ा है. तामिलनाडु और महाराष्ट्र के अलावा अब हम लोग झारखंड और भोपाल के चित्रांश चैंबर से जुड़ गए है, अभी तक चार करोड़ से ज्यादा का बिजनेस जेनरेट हुआ है इस चैंबर से, पिछले फाइनेंसइल बर्ष में
हर एक्जीक्यूटिव सदस्य का एक वार्षिक सदस्यता शुल्क होता है जिससे खर्च होता है मीटिंग का, उसके अलावा नान मेंबर भीं विजिटर के रूप में मीटिंग में शामिल होते है जिसका शुल्क ३०० से ५०० के बीच रहता है।इसमें मीटिंग , पूरा नाश्ता/ खाना आदि शामिल रहता है।

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