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मंगलवार, 29 अगस्त 2023

जनता दर्शन / फरियादियों से रूबरू हुए डीएम खीरी, की जनसुनवाई, दिए निस्तारण के निर्देश

● जनसुनवाई : डीएम ने सुनी फरियादें, निस्तारण के लिए फील्ड में भेजे अफसर

● डीएम ने दिया भरोसा, बोले-जनसमस्याओं का निस्तारण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता

लखीमपुर खीरी 29 अगस्त। मंगलवार को कलेक्ट्रेट में डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जनता दर्शन में फरियादियों से रूबरू होकर जनसुनवाई की।

जनसमस्याओं का निस्तारण हमारी प्राथमिकता है। डीएम ने एक-एक करके सबकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने हर किसी को आश्वस्त किया कि सबकी समस्या का निस्तारण कराना उनकी प्रतिबद्धता है। प्रार्थना पत्रों को संबंधित अधिकारियों को संदर्भित करते हुए त्वरित और संतुष्टिपरक निस्तारण का निर्देश देने के साथ डीएम ने आमजन को भरोसा दिलाया कि सरकार हर पीड़ित की समस्या का समाधान कराने के लिए दृढ़ संकल्पित है।

जांच में आई कलीम द्वारा लाभार्थियों से पैसा वसूलने की बात, पीओ ने दी तहरीर
जिलाधिकारी जनता दर्शन में फरियादी मीना पत्नी मगरे निवासी निर्मल नगर ने पीएम आवास के नाम पर कलीम नामक युवक ने ₹50 हजार मांगने की शिकायत की। डीएम ने पीओ डूडा अजय सिंह को भेज कर जांच करने हेतु निर्देशित किया। डीएम के निर्देश पर पीओ ने स्थलीय निरीक्षण कर महिला को जांच में अपात्र पाया। शिकायतकर्ता की बहू नीलम पत्नी प्रदीप को पूर्व में पीएम आवास का लाभ मिलने की बात प्रकाश में आई। मीना ने आरोप लगाया कि कलीम पुत्र जलील खान निवासी निर्मलनगर ने बहु नीलम के आवास में 20 हजार एवं जीओ टैग के नाम पर एक हजार सहित कुल ₹25000 वसूला। कलीम के संबंध में क्षेत्रीय सभासद एवं अन्य नागरिकों ने भी पैसे वसूलने की शिकायत की। पीओ ने पूरे मामले से डीएम को अवगत कराया। डीएम ने निर्देश दिए कि दोषी कलीम के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया जाए। पीओ ने मुकदमा दर्ज करने के लिए कोतवाली में तहरीर दे दी है।

● मामला नंबर दो : तहसील मितौली ब्लाक बेहजम निवासी वर्षा देवी पुत्री दिनेश कुमार ने डीएम के समक्ष प्रस्तुत होकर विद्यालय द्वारा इंटरमीडिएट की मार्कशीट एवं टीसी न दिए जाने की शिकायत की, जिससे वह आगे की पढ़ाई नहीं कर पा रही। डीएम ने डीआईओएस महेंद्र प्रताप सिंह को बुलाकर समस्या निस्तारण के लिए निर्देश दिए। डीएम के निर्देश पर डीआईओएस ने विद्यालय पहुंचकर शिकायती पत्र की जांच की। जांच के दौरान प्रकाश में आया कि छात्रा की छह हजार रुपए फीस बकाया है। छात्रा की दीनहीन दशा देखकर न केवल फीस माफ कराई बल्कि उसका अंक पत्र एवं टीसी दिलवाई।

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