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बुधवार, 9 अगस्त 2023

लखीमपुर / दो दिवसीय प्रांतीय बालिका शिक्षा बैठक में बालिका शिक्षा उन्नयन पर हुआ चिंतन

सनातन धर्म सरस्वती शिशु मंदिर बालिका इंटर कॉलेज में 5 सत्रों में चला यह दो दिवसीय कार्यक्रम

सनातन धर्म सरस्वती शिशु मंदिर बालिका इंटर कॉलेज विद्यालय में दो दिवसीय प्रान्तीय बालिका शिक्षा बैठक आयोजित की गई। उद्घाटन सत्र् का शुभारम्भ रेखा चूड़ा समा (अखिल भारतीय बालिका शिक्षा प्रमुख) द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं सरस्वती वन्दना से हुआ। बैठक को सम्बोधित करते हुए  श्रीमती रेखा चूड़ा समा ने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने पर प्रकाश डाला। 25 वर्ष बाद हमारा भारत कैसा होगा उसका आधार हमारी आज की बालिकाएं ही हैं। इसलिए उनका दृष्टिकोण प्रारम्भ से ही विकसित करना हमारा मूल उद्देश्य होना चाहिए। कार्यक्रम की प्रस्तावना उमाशंकर मिश्र (भारतीय शिक्षा समिति बालिका शिक्षा प्रभारी) ने रखी। 
कार्यक्रम के द्धितीय सत्र में हेमचन्द्र (क्षेत्रीय संगठन मंत्री) ने हमारी भारतीय संस्कृति की रक्षा कैसे करनी है और बालिकाओं को बालिका होने पर गर्व होने का भाव जागृत कराने की आवश्यकता है, इन बिन्दुओं पर प्रकाश डाला। साथ ही यह बताया कि बालिकाओं में समर्पण भाव होना चाहिए तथा किशोरी विकास वर्ग तथा सरस्वती यात्रा के द्वारा अनुभव आधारित शिक्षा देनी चाहिए। कार्यक्रम के दूसरे दिन दिनांक 09 अगस्त 2023 को तृतीय सत्र में  श्रीमती रेखा द्वारा बालिकाओं के व्यक्तित्व के समग्र विकास हेतु योजना निर्मित हुई, जिसमें बालिकाओं में नैसर्गिक, मनोवैज्ञानिक, भावात्मक और संस्कारों से निर्मित गुणों का विकास पर बल देने को बात कही गई। चतुर्थ सत्र में श्रीमती रेखा एवं डॉ. अर्चना अवथी (क्षेत्रीय बालिका शिक्षा प्रमुख) के मार्गदर्शन में बालिका शिक्षा एवं बालिकाओं के सर्वांगीण विकास के संदर्भ में विस्तृत परिचर्चा हुई।पंचम सत्र में मातृ-पुत्री विचार गोष्ठी आयोजित हुई जिसमें श्रीमती रेखाचूड़ा  ने अपने उद्बोधन में बालिका शिक्षा की आवश्यकता एवं महत्ता पर बल दिया एवं वर्तमान समय में बालक-बालिकाओं में संस्कारों की कमी पर चिन्ता प्रकट की। इस सत्र में माता तथा पुत्री के वैचारिक सम्बन्धों में मतभेद दूर करने से सम्बन्धि अनेक प्रश्न पूछे गए, जिनका निराकरण सम्मानित मंच के महानुभावों द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि छात्राओं को केवल शिक्षा नहीं वरन संस्कारवान शिक्षा देना नितान्त आवश्यक है। उन्होने माताओं से आहवाहन किया कि यदि आप निश्चय कर लें तो निश्चित रूप से शिवा जी, लक्ष्मीबाई के समान सन्तानों का निर्माण कर सकती हैं। कार्यक्रम को  सुरेश (सम्भाग निरीक्षक सीतापुर), संकुल प्रमुख डॉ0 योगेन्द्र प्रताप सिंह, कोषाध्यक्ष तुषार गर्ग व सदस्य विमल अग्रवाल,  नूतन गुप्ता, सीमा साहनी, ममता अग्रवाल, अवधेश गुप्ता, सी.ए. अमित गुप्ता, पं.दीनदयाल उपा.स.वि.मं.इ.कालेज (सी.बी.एस.ई) के प्रबन्धक रवि भूषण साहनी, प्रधानाचार्य अरविन्द प्रताप चौहान, प्रधानाचार्य स.शि.मं. मुनेन्द्र दत्त शुक्ल, प्रधानाचार्य हेडगेवार स.शि.मं. राममणि, शिशु वाटिका संयोजिका हीरा सिंह ने अपनी उपस्थिति से सुशोभित किया। बैठक में पूरे अवध प्रान्त के 38 विद्यालयों के प्रधानाचार्य/बालिका शिक्षा प्रमुख उपस्थित रहे।विद्यालय प्रबन्ध समिति की अध्यक्ष रश्मि बाजपेई, प्रबन्धक चन्द्रभूषण साहनी, एवं प्रधानाचार्य शिप्रा बाजपेई ने अतिथियों एवं प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

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