● सर्वेश कुमार शुक्ला
लखीमपुर। जिला सहकारी बैंक सभागार में सहकारिता मंत्री स्वतंत्र प्रभार उत्तर प्रदेश जे पी एस राठौर के निर्देशों के क्रम में नैनो उर्वरकों पर किसानों के बीच में लोकप्रिय बनाने तथा परंपरागत दानेदार यूरिया एवं डीएपी के अत्यधिक प्रयोग को कम करने के उद्देश्य से नैनो उर्वरकों पर आधारित जनपद स्तरीय कार्यशाला का आयोजन सदर विधायक योगेश वर्मा के मुख्य आतिथ्य में जिला सहकारी बैंक सभागार लखीमपुर में किया गया। मुख्य अतिथि द्वारा नैनो उर्वरकों को पर्यावरण अनुकूल एवं आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर कृषि की ओर सरकार का एक मजबूत कदम बताया गया । कार्यक्रम में जिला सहकारी बैंक लखीमपुर खीरी के अध्यक्ष विनीत मनार,सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक पी के शुक्ल , जिला कृषि अधिकारी अरविंद चौधरी, उप कृषि निदेशक अरविंद मोहन मिश्र जी, कृषि विज्ञान केंद्र वैज्ञानिक डॉ प्रदीप बिसेन एवं डॉ एन के त्रिपाठी,उप महाप्रबंधक इफको लखनऊ एस पी सिंह ,उप महाप्रबंधक इफको लखीमपुर एस सी मिश्र क्षेत्र अधिकारी गुंजन के साथ जनपद के प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया। अध्यक्ष के द्वारा रासायनिक उर्वरकों से हो रहे दुष्परिणाम , भारत सरकार द्वारा किसानों की आय दुगनी करने हेतु नैनो उर्वरकों के प्रयोग के लिए प्रेरित किया। उप महाप्रबंधक इफको लखनऊ द्वारा नैनो तकनीक से नवनिर्मित उत्पाद इफको नैनो यूरिया और नैनो डीएपी के बारे में किसानों को जागरूक किया। नैनो यूरिया के प्रयोग बताते हुए एक बोतल 500ml नैनो यूरिया का प्रयोग 1 एकड़ में 4 ml प्रति लीटर की दर से 125-150 लीटर पानी में किया जाता है, पहला छिड़काव धान्य वर्गीय फसलों में 30 से 35 दिन में एवं गन्ने में 60 से 65 दिन के बाद किया जाता है। उप महाप्रबंधक लखीमपुर इफको द्वारा नैनो डीएपी के 5ml प्रति लीटर की दर से धान के पौधे उपचार एवं 20-25 दिन पर 5ml प्रति लीटर के हिसाब से छिड़काव एवं अन्य उत्पादों के बारे में भी जान विस्तृत जानकारी किसानों को प्रदान की। कृषि वैज्ञानिकों एवं जिला कृषि अधिकारी के द्वारा वैकल्पिक उर्वरकों को बढ़ावा देने की बात की गई। सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता द्वारा सभा में उपस्थित सभी लोगों सफल कार्यक्रम आयोजन हेतु धन्यवाद ज्ञापन किया । कार्यक्रम में लगभग 200 प्रगतिशील किसानों के साथ इफको की टीम ने भाग लिया ।
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