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गुरुवार, 20 जुलाई 2023

जल, जीवन के लिए बहुत ही मूल्यवान रत्न : भू-जल सप्ताह संगोष्ठी में बोले सीडीओ कौशांबी

कौशाम्बी। मुख्य विकास अधिकारी डॉ रवि किशोर त्रिवेदी की अध्यक्षता में उदयन सभागार में भू-जल सप्ताह गोष्ठी का आयोजन किया गया तथा भू-जल सप्ताह की आवश्यकता/महत्ता पर विस्तृत प्रकाश डाला गया मुख्य विकास अधिकारी ने उपस्थित सभी अधिकारियों/कर्मचारियों एवं गणमान्य व्यक्तियों को जल शपथ दिलाई कि-“मैं पानी बचाने और उसके विवेकपूर्ण उपयोग की शपथ लेता हॅू। मैं यह भी शपथ लेता हॅू कि मैं जल का समुचित उपयोग करूॅगा तथा पानी की हर एक बूंद का संचयन करूॅगा और कैच द रेन अभियान को बढ़ावा देने में पूरा सहयोग दूंगा। मैं पानी को एक अनमोल सम्पदा मानूॅगा और ऐसे मानते हुए ही इसका उपयोग करूॅगा। मैं शपथ लेता हॅं कि मैं अपने परिवारजनों, मित्रों और पड़ोसियों को भी इसके विवेकपूर्ण उपयोग और उसे व्यर्थ नहीं करने के लिए प्रेरित करूॅगा। यह ग्रह हमारा है और हम ही इसे बचा सकतें हैं, और अपना भविष्य सुरक्षित कर सकतें हैं”। उन्होंने रणविजय निषाद द्वारा जल संरक्षण पर लिखित पुस्तक “समग्र जल-प्रबन्धन” का विमोचन भी किया।मुख्य विकास अधिकारी ने गोष्ठी में जल की महत्ता/जल संचयन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जल, जीवन के लिए बहुत ही मूल्यवान रत्न है, जल नहीं रहेंगा तो सारे रत्न बेकार हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि वर्षा ऋतु में जल संचयन कर गिरते भू-जल स्तर को रिचार्ज कर सकतें है, इसके लिए शासन द्वारा अनेक योजनायें/कार्यक्रम संचालित किये जा रहें है यथा-रेन वाटर हार्वेस्टिंग, अमृत सरोवर का निर्माण एवं खेत-तालाब आदि। उन्होंने कहा कि हम सभी को जल का दुरूपयोग नहीं करना चाहिए तथा लोगों को जल की महत्ता व संरक्षण के प्रति जागरूक करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आगामी पीढ़ी को जल संकट का सामना न करना पड़े, स्वच्छ जल की प्राप्ति सबको हो, इसके लिए जल संचयन एवं प्रबन्धन पर विशेष ध्यान देना चाहिए। गोष्ठी में विनय कुमार पंडा ने जल संचयन तथा संरक्षण पर प्रकाश डाला।गोष्ठी में वर्षा जल संचयन कैसे करें, जल की समस्या के समाधान के लिए सुझाव, शहरों में कैसे हो भूगर्भ जल का नियोजन, रोजमर्रा के घरेलू कार्यों में जल बचत, किसान किस प्रकार कर सकतें हैं जल की बचत, उद्योगों/व्यवसायिक क्षेत्रों में जल बचत के टिप्स तथा ग्रामीणों क्षेत्रों में वर्षा जल संचयन की उपयुक्त तकनीकें-तालाब/जलाशय का निर्माण/जीर्णोद्वार, गली/नाला प्लगिंग, रिचार्ज कूप एवं फालतू जल के रिचार्ज पिट पर विस्तृत प्रकाश डाला गया। इसके साथ ही भूगर्भ जल रिचार्ज के लाभ के विषय में भी जानकारी दी गई अधिशासी अभियंता, लघु सिंचाई संजय जायसवाल ने सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि दिनांक 16 जुलाई से 22 जुलाई तक भूजल सप्ताह मनाया जा रहा है।

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