प्रयागराज। शटडाउन के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं को लेकर विद्युत महकमा और भी गंभीर हो गया है। इसके लिए नए दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। निर्देश के मुताबिक अब बिजली कर्मचारी मनमाने ढंग से शटडाउन नहीं ले सकेंगे। इसके लिए अधिकारियों की जवाबदेही तय की गई है।उपकेंद्रों के एसएसओ को निर्देशित किया गया है कि फोन पर किसी भी तरह का शटडाउन हरगिज नहीं दिया जाएगा। वहीं, जिस फीडर का शटडाउन होगा उसके पैनल बॉक्स पर लाल रंग की शटडाउन की प्लेट लगाई जाएगी, ताकि ड्यूटी बदलने पर नए कर्मचारी को फीडर के शटडाउन की जानकारी रहे शटडाउन से संबंधित जानकारी अवर अभियंता के संज्ञान में भी होगी।
पीपलगांव और करछना उपकेंद्र में हाल ही में गलत तरीके से शटडाउन लेकर मरम्मत किए जाने के दौरान कर्मचारी करंट से झुलस गए थे। पीपलगांव में करंट से झुलसने वाला कर्मचारी तो बच गया, लेकिन करछना में कर्मचारी की मौत हो गई थी। यह दोनों कर्मचारी विभाग से जुड़े हुए नहीं थे। मुख्य अभियंता विनोद गंगवार ने इन दुर्घटनाओं को लेकर अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई और सभी अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर शटडाउन लेने की पूरी प्रक्रिया का कड़ाई से पालन करने को कहा।मुख्य अभियंता कार्यालय की ओर से जारी किए गए दिशा-निर्देश में फोन पर शटडाउन न देने की बात कही गई है। साथ ही कहा गया है। कि विद्युत व्यवस्था के सुचारु संचालन के लिए 11 हजार केवी की एलटी लाइन और 33 हजार केवी की हाईटेंशन लाइन को ठीक करने के लिए एजेंसियों की ओर से शटडाउन लेने व वापस करने की पूरी जानकारी अवर अभियंता के पास होनी चाहिए।इसके अलावा विभाग के सभी अधिशासी अभियंताओं से कहा गया है कि क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था के निर्धारित मानकों का पालन किया जाए। अगर किसी भी स्थिति में दुर्घटना होती है तो अधिशासी अभियंता ही इसके लिए जिम्मेदार होंगे।
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