ये दोनों महिलाएं इस समय सोशल मीडिया पर बहुत सुर्खियों में है दोनों भारत के उच्च पदों पर विराजमान है एक ने पीसीएस क्वालीफाई किया है दूसरा ने आईएएस क्वालीफाई किया है।
प्रथम महिला का नाम ज्योति मौर्या है जो शादीशुदा है तथा एसडीएम के पद पर विराजमान है और अपने ही पीसीएस लेवल के कमांडेंट शादीशुदा अधिकारी के रिलेशनशिप में है किसी कारण बस अपने फोर्थ क्लास सफाई कर्मी पति को तलाक लेकर छोड़ रहे हैं इनके 9 साल के दो जुड़वा बच्चे भी है।
दूसरे महिला का नाम निशा बांगरे है जो एक आईएएस अधिकारी है इन्होंने अपने पति के परिवारिक फंक्शन में जाने के लिए छुट्टी ना मिलने पर नौकरी को हो छोड़ दिए। तथा अपने पति और परिवार को चुना है।
लेख का मकसद यह है कि कुछ हर्षित लोग जो तरह तरह के गंदे कमेंट अश्लील बातें तथा महिलाओं के प्रति गलत सोच रखकर उनके टैलेंट पर सवाल उठा रहे हैं उनसे में यही पूछना चाहती हूं किसी एक गलत महिला के कारण महिलाओं को टैलेंट को कितना दबाया जा सकता है? आखिर इसके पीछे साजिश क्या है? आप महिलाओं को किस नजर से देख रहे हैं ? क्या किसी एक महिला गलत होने का कारण समाज की सारी महिलाएं गलत है ? उदाहरण आपके सामने किसी एक के कारण सारे महिलाओं को दोषी मानना बंद करें ।
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