● ट्रेन का प्लेटफार्म संख्या एक पर आना और शव का प्लेटफार्म संख्या दो पर मिलने से किसी घटना की आशंका व्यक्त कर रहे ग्रामीण
संवादाता बांकेगंज , लखीमपुर खीरी। गुरुवार की रात बांकेगंज रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर मैलानी थाना क्षेत्र के बांकेगंज पुलिस चौकी के अंतर्गत कोठीपुर गाँव के एक बयालीस वर्षीय युवक किशोरी लाल पुत्र श्री राम का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई । परिजनों द्वारा शव मिलने की सूचना पर पहुंची बांकेगंज पुलिस ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया और इसकी सूचना स्टेशन मास्टर को दी स्टेशन मास्टर द्वारा सूचना दिए जाने के बाद पहुंची जीआरपी व आरपीएफ टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया तथा शव को पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मामला गुरुवार की रात का है। करीब 9:45 बजे अपने पिता के घर न पहुंचने पर पुत्र संतोष बाँकेगंज रेलवे स्टेशन पर पिता को इधर उधर देख रहा था। उसे किसी ने जानकारी दी कि एक व्यक्ति प्लेटफार्म संख्या दो पर पड़ा हुआ है। उसने जब करीब जाकर देखा तो वह उसके पिता थे। उसने इसकी जानकारी अपने परिवार को दी। जानकारी मिलने पर मृतक की पत्नी व अन्य कई ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने किशोरी लाल को मृत पाया। इसके बाद उन्होंने जानकारी पुलिस को दी । पुलिस ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया और स्टेशन मास्टर को इसकी जानकारी दी। स्टेशन मास्टर ने जीआरपी व आरपीएफ को जानकारी दी। मौके पर पहुंचने के बाद आरपीएफ एवं जीआरपी ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मृतक के पुत्र संतोष ने बताया कि उसके पिता प्रतिदिन मजदूरी करने के लिए सुबह की ट्रेन से गोला जाया करते थे और रात को वापसी भी पहली ट्रेन से करते थे जो रात को करीब नौ बजे बांकेगंज आती है। गुरुवार की रात जब वह देर तक नहीं आए तो उनकी तलाश करने के लिए ही मैं प्लेटफार्म पर आया था। उसी दौरान प्लेटफार्म संख्या दो पर शव के पड़े होने की जानकारी मिली थी।
मौके पर पहुंचे लोगों के बीच चर्चा थी कि रेलगाड़ी अक्सर प्लेटफार्म नंबर एक पर आती है। गुरुवार को भी वह प्लेटफार्म संख्या एक पर आयी थी। यदि ट्रेन से उतरते समय व्यक्ति गिरा होता तो उसका शव प्लेटफार्म संख्या एक पर पाया जाता। शव का प्लेटफार्म संख्या दो पर होना और शव के बाएं कान के पास चोट के निशान पाए जाने से इस बात की अधिक संभावना है कि उसके साथ कोई न कोई घटना घटी है। रोज आने जाने के कारण ट्रेन में पीछे ही बैठता था परंतु शव का प्लेटफार्म पर आगे की ओर पाया जाना भी लोगों के मन में संदेह पैदा कर रहा है।
● मजदूरी ही थी आय का स्रोत :
मृतक किशोरी लाल के परिवार की आय का स्रोत मजदूरी ही थी। उसके पास न तो कोई कृषि योग्य भूमि थी और न ही आय का अन्य कोई जरिया था। उसका एक पुत्र संतोष है। जिसका विवाह हो चुका वह भी मजदूरी करके ही अपने परिवार का गुजर बसर करता है। उस से छोटी एक बहन है जिसका विवाह होना अभी बाकी है। परिवार के मुखिया की मौत के बाद परिवार सदमे में है।
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