गौरतलब है कि पिछले 9 जून को दिल्ली के रफ़ी मार्ग स्थित कंस्टीटूशन क्लब में सिविल सेवा सर्विस एग्जाम 2023 में सफल हुए कुल 8 सफल कायस्थ नवजवानों/नवयुवतियों का सम्मान किया गया था। समारोह का उद्घाटन संगत-पंगत के संस्थापक व पूर्व सांसद आर के सिन्हा ने किया।
पूर्व सांसद श्री सिन्हा ने कहा कि सिविल सर्विस में सफल होकर अपने समाज का नाम रोशन कर रहे सभी होनहार बच्चों का सम्मान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम संगत-पंगत के तहत समाज के हर तबके की मदद कर रहे हैं। अब तक हमने लगभग 10 करोड़ रूपये से लोगों को पढाई, इलाज, शादी, खेल इत्यादि में मदद की है। इसलिए सभी कायस्थ समाज के बीच एकजुट होकर आगे बढ़ कर अपने आस-पास के लोगों की मदद करनी चाहिए। संगत-पंगत की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में सभी गणमान्य अतिथियों ने देश सेवा के लिए इशिता किशोर और उनके परिवार को भविष्य की ढ़ेरों शुभकामनायें दी। इशिता किशोर ने अपने संबोधन में कहा कि मुझे सबसे ज्यादा प्रेरणा अपने नाना से मिली। जब मेरा 2 बार प्रीलिम्स नहीं निकल पाया तो मेरे मामा ने कहा कि इतनी जल्दी हिम्मत मत हरो और तीसरी बार में मुझे प्रथम स्थान मिला। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सेबी के पूर्व चेयरमैन यू. के. सिन्हा थे। उन्होंने कहा कि इस बात पर कोई संशय नहीं है कि यह सभी नए चयनित कायस्थ कड़ी मेहनत, लगन और दृढ़निश्चय के बल पर इस मुकाम पर पहुंचे हैं। सिविल सर्विस का एकमात्र मकसद सेवा होना चाहिए न की शासन।
अन्य विशिष्ट अतिथियों में कई सेवारत एवं सेवानिर्वित प्रशासनिक अधिकारी अपने परिवार के साथ शामिल हुये, जिनमें डॉ. अजीत कुमार, अनुपम श्रीवास्तव, डॉ. अनूप श्रीवास्तव, गौतमबुध यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर आर. के. सिन्हा, शिप्रा कुलश्रेष्ठ , अशोक श्रीवास्तव, विवेक श्रीवास्तव थे। धन्यवाद प्रस्ताव रत्ना सिन्हा के द्वारा पेश किया गया।
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