● लखीमपुर खीरी जिले में गुर्दा रोग विशेषज्ञ की भरपाई कर रहे हैं नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ विष्णु शंकर शुक्ला
● राजधानी से 150 किलोमीटर दूर परामर्श सुलभ, सरल कर गुर्दा रोगियों की उम्मीद बन गए हैं डॉ शुक्ला
लखीमपुर। लखीमपुर खीरी जिले में गुर्दा रोग विशेषज्ञ की कमी की निजी तौर पर भरपाई कर रहे नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ विष्णु शंकर शुक्ला सैकड़ो गुर्दा रोगियों की उम्मीद बन गए हैं। परामर्श के लिए 150 किलोमीटर दूर राजधानी लखनऊ दौड़ लगाने वाले क्षेत्रीय डायलिसिस रोगियों एवं उनके तीमारदारों ने उनके प्रति कृतज्ञता जाहिर की है।
उल्लेखनीय है कि भौगोलिक दृष्टि से उत्तर प्रदेश के सबसे बड़ा जिला लखीमपुर खीरी आजादी के अमृतकाल में पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित है। आज भी यहां बड़े रोगों के इलाज के लिए बीमार व्यक्ति को बड़े व विकसित शहरों की तरफ रुख करना पड़ता है। इन गम्भीर मरीजों की पीड़ा समझते और वेदना पढ़ते हुए लखनऊ के प्रसिद्घ नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ शुक्ला ने तराई मरीजों के इलाज की राह आसान बनाने का निर्णय लिया और शहर के एक प्रतिष्ठित निजी अस्पताल में अपनी सेवाएं देने की शुरुआत की।
दूषित खान पान, अनियमित दिनचर्या एवं अन्य वजहों से ग्लोबल स्तर पर गुर्दा रोगियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। जिसमे अकेले खीरी जिले में सैकड़ो लोगो के गुर्दा फेल हो चुके हैं और भारी संख्या में लोग गुर्दा रोग से पीड़ित हैं। गत वर्ष पीपीपी मॉडल पर आधारित उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जिला स्तर पर स्थापित डायलिसिस सेंटर के तहत अकेले लखीमपुर शहर में लगभग 60 मरीज डायलिसिस करवा रहे हैं। इसके अलावा शहर में लगभग तीन डायलिसिस सेंटर और हैं। विडंबना यह है कि इतने गम्भीर मरीजों के बाद भी उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अब तक जिले में एक भी गुर्दा रोग विशेषज्ञ नियुक्त नही किया जा सका है।
डायलिसिस सपोर्ट पर खुद को बमुश्किल स्थिर रख पा रहे गम्भीर डायलिसिस मरीजों की राजधानी आवागमन की समस्या को दूर करते हुए नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ शुक्ला ने स्वयं लखीमपुर आकर उपचार करने की ठानी, और इन गम्भीर मरीजों को अपने अनुभव की कसौटी पर खरे परामर्श एवं ट्रीटमेंट से इनकी ठिठकती, छिटकती जिंदगी को दौड़ाने का भरकस प्रयास कर रहे हैं। नेफ्रोलॉजिस्ट असिस्टेंट संजय कुमार का कहना है डॉक्टर शुक्ला सप्ताह में दो बार मरीजों को देखने के लिए आते हैं। इसके अलावा लखनऊ के विकासनगर इलाके में स्थित अवध किडनी केयर क्लीनिक में अपनी सेवाएं दे रहे हैं साथ ही चरक अस्पताल एवं फ़ातिमा अस्पताल में परामर्श देकर गुर्दा रोगियों को उत्तम स्वास्थ्य प्रदान कर रहे हैं। अपने व्यस्ततम समय से समय निकाल कर चन्द्राणी अस्पताल नौरंगाबाद, लखीमपुर में गुर्दा रोगियों में प्राणवायु फूंक रहे नेफ्रोलॉजिस्ट डॉक्टर शुक्ला के प्रति क्षेत्रीय गुर्दा रोगियों ने कृतज्ञता जाहिर की है।
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