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रविवार, 9 अप्रैल 2023

खीरी जिले का बेस्ट स्कूल ऑफ द वीक बना प्राथमिक विद्यालय नारीबेहड़

शिक्षा के ज्ञान से रोशन कर रहा स्कूल बना जिले का श्रेष्ठ विद्यालय

● बेहतरीन कल के लिए बच्चों को तैयार कर रहा है खीरी का पीएस नारीबेहड़

● स्मार्ट क्लास...लाइब्रेरी...नए जमाने से कदमताल मिलाते अपनी अलग पहचान बना रहा ये सरकारी स्कूल

लखीमपुर खीरी 09 अप्रैल। जिला मुख्यालय से लगभग 60 किमी दूर संविलियन विद्यालय नारीबेहड जिले में अपनी अलग पहचान बना रहा। शिक्षकों की लगन, निष्ठा ने इस विद्यालय की तस्वीर बदल दी है। विद्यालय के दीवारों पर खूबसूरत चित्र व स्लोगन, कक्षाओं में टाइल्स लगी फर्श, लाइब्रेरी में पढ़ते बच्चे, दीवार पर लगी एलईडी टीवी… ये किसी कॉन्वेंट स्कूल का जिक्र नहीं बल्कि प्राइमरी स्कूल का हाल है। जी हां, उप्र के खीरी जनपद के इस स्कूल को देखकर एक बार आपको यकीन नहीं होगा, लेकिन ये वास्तविकता है। इस प्राथमिक विद्यालय में साफ-सफाई से लेकर पढ़ाई का स्तर किसी कॉन्वेंट स्कूल से कम नहीं है। डीएम महेंद्र बहादुर सिंह की अभिनव पहल "बेस्ट स्कूल ऑफ वीक" मुहिम के लिए संविलियन विद्यालय नारीबेहड़ चयन हुआ, जो जमीन पर "हमारा विद्यालय हमारी पहचान" की परिकल्पना को साकार कर रहा।

इं. प्रधानाध्यापक देशराज पाल ने स्टाफ को एकता के सूत्र में पिरोकर शिक्षा क्षेत्र में नित नई उपलब्धियों को प्राप्त करना शुरू किया। जब कार्यभार ग्रहण किया। तब यह विद्यालय सौंदर्यविहीन था। प्रभार के वक्त देशराज ने देखा कि विद्यालय प्रांगण में किसी प्रकार की कोई भी हरियाली नहीं है। बाउंड्रीविहीन विद्यालय को हराभरा, आकर्षक बनाना किसी चुनौती से कम नहीं था किंतु योजनाबद्ध ढंग से कार्य कर अथक प्रयासों से समस्त स्टाफ ने विभिन्न पर्यावरणीय नवाचारों से विद्यालय के सौंदर्यीकरण कार्य शुरू किया। हरा भरी फील्ड बनाई। सरकार से निर्धारित सभी मानकों को विद्यालय पूर्ण कर चुका है। निपुण भारत लक्ष्य को अगस्त तक प्राप्त करने की योजना के तहत शिक्षक संदर्शिकाओ का शत प्रतिशत प्रयोग, अभिलेखीकरण किया जा रहा है। 

ब्लॉक में सर्वप्रथम सबसे आकर्षक व सुसज्जित पुस्तकालय की स्थापना कर ब्लॉक के अन्य विद्यालयों के रोल मॉडल का कार्य किया। यह विद्यालय पीएमश्री योजना में भी शामिल है। प्रधानाध्यापक ने स्टाफ संग योजना बनाकर प्रबंध समिति के सहयोग से प्रत्येक कक्ष को आकर्षक टीएलएम, लर्निंग कॉर्नर व स्मार्ट टीवी से युक्त बनाया। गुणवत्तापरक व गतिविधि आधारित शिक्षा के लिए शिक्षकों, अभिभावकों, प्रबंध समिति व ग्राम प्रधान सभी को एकता के सूत्र में बांधकर कार्य करना आरंभ किया। नियमित संपर्क, सहयोग शुरू किया। 

प्रधानाध्यापक देशराज पाल बताते है कि स्कूल में ".....एक कदम गांव की ओर "नामक अभियान का शुरू किया, जिसमें प्रतिदिन अभिभावकों से संपर्क का लक्ष्य रखकर सभी शिक्षकों को निर्धारित समान अनुपात में छात्रों को आवंटित कर दिया। शिक्षकों ने अपने लगन, परिश्रम से बच्चों व अभिभावकों से नियमित संपर्क बनाना शुरू किया। आज विद्यालय ने शिक्षा क्षेत्र में ख्याति प्राप्त कर ली। आज विद्यालय में गांव के ज्यादातर बच्चे शिक्षा ग्रहण करने आते हैं। नामांकन 2020-21 में 295, 2021-22 में 276, 2022-23 में 302 रहा। आज केवल 05 अध्यापकों वाला यह विद्यालय एक परिवार के रूप में मिल- जुल कर कार्य कर रहा।प्रत्येक कार्य मे सहयोग के लिए तत्पर रहने वाला पूरा स्टाफ बधाई का पात्र है।

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