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गुरुवार, 30 मार्च 2023

उमेश पाल और दिनेश पासी की रंजिश भरी कहानी, अतीक के इशारों पर चल रहा था पूरा खेल

प्रयागराज (एल एन सिंह) ।  उमेश पालकांड में सश्रम रिहा होने की सजा पाने वाले दिनेश पासी को कभी अतीक ने सपा से पार्षद का टिकट दिलवाया था। माफिया का संरक्षण मिलने के कारण वह क्षेत्र में धूमिल हो गया। साल 2004 में दिनेश के पीसीओ में गवाह और लूटपाट हुई थी, जिस पर उसने उमेश पाल सहित कई अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इसके बाद दोनों में रंजिश शुरू हो गई थी।बसपा से राजू पाल के विधायक बनने के बाद उमेश पाल की दोस्ती गहरी हो गई और फिर हत्याकांड के बाद सहमति बढ़ गई। राजू पाल हत्याकांड में दिनेश पासी को आरोपी बनाया गया और जमानत पर जेल से बाहर कर दिया गया। वर्ष 2006 में बालक पासी ने इसके बाद अपनी पत्नी दिनेश पासी को नगर निगम के चुनाव में हराया। अतीक के साथ सजा मिलने के कारण दिनेश पासी को लेकर भी लोगों के बीच चर्चा शुरू हो गई है।पुराने पार्षदों का कहना है कि साल 2000 में निकाय चुनाव हुए थे। मगर इससे पहले दिनेश पासी अतीक के संपर्क में आया और माफिया के लिए हमेशा उसे सुलेमसेराय वार्ड नंबर से सदस्य चुना गया। इससे पहले वह कैंट एरिया के वार्ड नंबर से तीन सभासद हुआ था। सुलेमा सराय से सभासद बनने के बाद दिनेश का नाम अतीक के साथ चर्चा में आने लगा।
यह भी कहा जा रहा है कि 25 जनवरी 2005 को बसपा विधायक राजू पाल की हत्या करने वाले अभियोग दिन की दुकान के पास ही राइट बातचीत करते थे। इसके बाद दिनेश के घर के करीब ही दिनदहाड़े राजू पाल को खरीदारी से भून दिया गया। सनसनीखेज हत्याकांड के बाद दिनेश का नाम भी प्रकाश में आया और उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया, लेकिन बाद में जमानत पर बाहर कर दिया गया। उद्र, उमेश पाल अपहरण मामले के जजमेंट केपी से पता चलता है कि दिनेश की पीसीओ की दुकान थी, जिसमें आगजनी व लूटपाट की घटना हुई थी।सिप्लोलेटर ने भी दिया था दिनेश के पक्ष में जजेस कोर्ट में सिप्लोम प्रकाश बघेल ने भी अभियुक्त दिनेश पासी के पक्ष में कंजेशन दिया था। उमेश अपहरण के मामलों में गवाह रहे ओम प्रकाश ने कहा कि वह वर्ष 1991 से लेकर 1998 तक पुलिस विभाग में सिपाही के पद पर कार्यरत था। बहन के इलाज के कारण वह ड्यूटी पर नहीं मिली, जिस वजह से उसे नौकरी से निकाल दिया गया।
राजू पाल से जान पहचान हो गई थी, लेकिन उसके सामने उमेश पाल का अपहरण नहीं हुआ था। इसी तरह सीट मेकर गुड्डू, हेलमेट डीलर बंके लाल सहित कई अन्य लोगों ने दिनेश के पक्ष में बयान देते हुए उमेश पाल पर पीसीओ में शतक लगाने का आरोप लगाया था।

सपा विधायक पूजा के भाई पर बम से हमले का प्रयास, पुलिस बोली-गलत सूचना!
प्रयागराज!में सपा विधायक पूजा पाल के भाई राहुल पाल पर बम से हमले का प्रयास का मामला सामने आया है। बुधवार शाम को उन्होंने पुलिस को तहरीर दी है। इसके मुताबिक, मंगलवार शाम को ही जब वह कहीं जा रहा था, उस समय उसकी कार के पीछे धमाके की आवाज आई। जब उसने पलट कर देखा तो पाया कि धुआं उड़ रहा है। इसके बाद एक और धमाका हुआ। इसकी शिकायत राहुल ने बुधवार को धूमनगंज पुलिस में की।पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक, जिन दो जगहों पर राजू पाल ने बम से हमले की सूचना दी थी। वहां दोनों जगह पर जांच की गई। उन जगहों पर पटाखे के अवशेष मिले हैं। आसपास के लोगों से पूछताछ की गई तो पता चला कि बच्चों द्वारा पटाखे बाजी की गई थी। बम से संबंधित कोई भी साक्ष्य मौके पर नहीं मिले न हीं किसी द्वारा ऐसी बात बताई गई। मौके पर लगे वीडियो फुटेज की भी जांच की गई तो बम के हमले जैसा कोई साक्ष्य नहीं मिला है।बता दें, मंगलवार को ही उमेश पाल के अपहरण केस में अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। उमेश पाल बसपा विधायक राजू पाल के रिश्‍तेदार थे। राजू पाल हत्‍याकांड में उमेश पाल मुख्‍य गवाह थे। पूजा पाल राजू पाल की पत्‍नी हैं।

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