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शुक्रवार, 3 फ़रवरी 2023

अयोध्या / राम भक्तों के में खुशी की लहर,पूजा के बाद राम मंदिर ट्रस्ट को सौंपी गईं शालिग्राम की शिलाएं

अयोध्या।रामनगरी अयोध्या में राम आज का दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया।राम भक्तों के लिए भी आज का दिन बहुत खास है।मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की प्रतिमा के लिए नेपाल से शालिग्राम की शिलाएं जो रामनगरी अयोध्या पहुंची हैं,उन्हें आज विधि विधान से पूजा अर्चना के बाद राम मंदिर ट्रस्ट को सौंप दिया गया।इस मौके पर पूरी रामनगरी अयोध्या भक्ति भाव में डूबी नजर आई।बड़ी संख्या में श्रद्धालु शिलाओं का दर्शन करने के लिए रामसेवक पुरम पहुंचे।किसी ने शिलाओं के सामने सिर झुकाया तो कोई भक्ति भाव में लीन होकर झूमता नजर आया। साधु संतों की मौजूदगी में शिलाओं का पूजन हुआ।अब कुछ दिन में इन शिलाओं से भगवान राम आकार लेने शुरू हो जाएंगे।शिलाओं के साथ नेपाल से कई श्रद्धालु भी रामनगरी अयोध्या पहुंचे हैं।ये लोग शगुन के गीत गाकर अपनी खुशी जाहिर कर रहे हैं। इन श्रद्धालुओं का कहना है कि वह महसूस कर रहे हैं कि अयोध्या में फिर त्रेतायुग लौटकर आ गया है।
बता दें कि इन दो शिलाओं को नेपाल के जनकपुर से सड़क के रास्ते रामनगरी अयोध्या लाया गया है।ट्रक पर लदी शिलाएं माता-सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी और गोपालगंज होते हुए गोरखपुर आयी।राम भक्तों ने शालिग्राम शिला का जबरदस्त स्वागत किया। नेपाल से शालिग्राम शिलाओं के साथ इनकी पूजा अर्चना के लिए प्रसाद भी आया है।भगवान राम की प्रतिमा भारत और नेपाल के लोगों को और करीब ला रही है। जनकुपर से शालिग्राम शिलाएं लेकर नेपाल से कई श्रद्धालु भी रामनगरी अयोध्या से पहुंचे हैं।जगह-जगह हुए स्वागत से ये लोग अभिभूत नजर आ रहे हैं।बताते चलें कि ये शिलाएं 6 करोड़ साल पुरानी हैं। नेपाल के मुस्तांग जिले में शालिग्राम या मुक्तिनाथ (शाब्दिक रूप से मोक्ष का स्थान) के पास एक स्थान पर गंडकी नदी में पाई गई। 6 करोड़ साल पुरानी विशेष चट्टानों से पत्थरों के दो बड़े टुकड़े पिछले बुधवार को नेपाल से रवाना किए गए थे और यही अयोध्या पहुंचे हैं। इसमें एक शिला का वजन 26 टन, दूसरी का 14 टन है।

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