● गाँव, समाज व राष्ट्र के लिए समर्पित युवाओं को सदैव याद करती है दुनिया।
(कक्षा का दृश्य। अध्यापक खड़ा है। सामने बच्चे बैठे हैं।)
अध्यापकः- प्रिय बच्चों! आज गणतन्त्र दिवस है। यह हमारे तीन राष्ट्रीय पर्वों में से एक है। हम ये पर्व इसलिए मनाते हैं ताकि हम उस विशेष दिन को याद रख सकें। जिस दिन विशेष व्यवस्था लागू हुई तथा उन राष्ट्रनायकों को याद कर सकें जिन्होंने हमारे देश व समाज की उन्नति के लिए विशेष योगदान किया।आज हम उन्हीं राष्ट्रनायकों के कार्यों पर चर्चा करेंगे।
सभी बच्चेः- (एक साथ) ठीक है! गुरुजी।
अध्यापक:- महेश बताइए, महात्मा गांधी को हम सब क्यों याद करते हैं ?
महेश :- क्योंकि उन्होंने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी और देश को आजाद कराया।
अध्यापकः- रमेश, अब आप बताइए डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर जी का नाम सभी लोग सम्मानपूर्वक क्यों लेते हैं?
रमेश :- क्योंकि उन्होंने सामाजिक बुराई के कारण अछूत माने जाने वाले समाज के लोगोें को सम्मान दिलाया और भारतीय संविधान की रचना की।
अध्यापकः- वैरी गुड! अब यश बतायेंगे भगत सिंह, अशफाक उल्ला खां, चन्द्रशेखर आजाद तथा राजेन्द्र प्रसाद लाहिड़ी को हम क्यों याद करते हैं ?
यश :- गुरुजी, क्योंकि इन सभी ने देश की आजादी के लिए अपने प्राण हंसते - हंसते दे दिए।
अध्यापक:- वैरी गुड! दिनेश अब आप बताइए कि हम ज्योतिबा फुले को क्यों याद करते हैं ?
दिनेश :- क्योंकि उन्होंने समाज से जातिभेद, वर्गभेद जैसी बुराइयों को दूर करने का प्रयास किया।
अध्यापक:- बहुत अच्छा ! सुजीत अब आप बताइए कि सुभाष चन्द्र बोस का नाम देश का बच्चा - बच्चा क्यों जानता है ?
सुजीत :- गुरुजी, क्योंकि उन्होंने देश को आजाद कराने के लिए आजाद हिन्द फौज का गठन किया।
अध्यापक:- वैरी गुड! अब सुरेश बतायेंगे कि मदर टेरेसा को पूरे विश्व मे आदर - सम्मान क्यों मिला ?
सुरेश :- गुरु जी ! क्योंकि उन्होंने दीन - दुखियो की सेवा की, बेसहारा बच्चों को सहारा दिया।
अध्यापक:- वैरी गुड! राकेश अब आप बताइए कि राजा राम मोहन राय को हम क्यों याद करते हैं ?
राकेश :- क्योंकि उन्होंने सती प्रथा, बाल विवाह, बहुविवाह जैसी बुराइयों को समाप्त करने का प्रयास किया।
अध्यापक:- आप सब ने बहुत अच्छा बताया किन्तु अबआप सब लोग सोचकर बताइए कि किन लोगों का देश ऋणी रहता है और देश के नागरिक उन्हें याद करते हैं?
(कक्षा में शान्ति छा जाती है। सभी बच्चे एक दूसरे की तरफ देखने लगते हैं।)
अध्यापक:- जल्दबाजी नहीं है। आप सब सोच समझकर एक - एक करके बताइए। घबराइए मत जिसके मन में जो बात आए, वह खड़ा होकर बताइए।
महेश :- गुरु जी, जो लोग देश के लिएअपना सर्वस्व न्यौछावर करते हैं।
रमेश :- गुरु जी, जो लोग समाज में फैली बुराइयों को दूर करने का प्रयास करते हैं।
यश :- गुरु जी, जो लोग दीन - दुखियों की सेवा करते हैं ,बेसहारा लोगों का सहारा बनते हैं।
दिनेश :- जो लोग जाति, वर्ग व क्षेत्र के आधार पर फैली बुराइयों का दूर करने का प्रयास
करते हैं।
अध्यापक:- और कोई बिन्दु ........
( सभी छात्र मौन रहते हैं। )
अध्यापक:- आप लोग टी. वी. देखते हैं या नहीं ?
सभी बच्चेः- ( एक साथ ) देखते हैं।
अध्यापक:- आप लोग अखबार पढ़ते हैं या नहीं ?
राकेश, महेश व यशः- ( एक साथ ) पढते हैं।
सुरेश, रमेश व सुजीतः- ( एक साथ ) नहीं पढते है।
अध्यापक:- अच्छा तो बताइए ऐसा कौन - सा व्यक्ति रहा जिसके आन्दोलन के कारण एक दशक पूर्व एक नया दल अस्तित्व में आया था, उस दल की सरकार भी दिल्ली में है?
सभी छात्रः- ( एक साथ ) अन्ना हजारे।
अध्यापक:- हम उन्हें क्यों याद करते हैं?
सुरेश :- गुरु जी, क्योंकि उन्होंने भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई लड़ी। पहले स्थानीय स्तर पर, फिर राज्य स्तर पर और फिर राष्ट्रीय स्तर पर।
अध्यापक :- वैरी गुड! और कोई छात्र किसी के बारे में बतायेगा।
( कक्षा में चुप्पी छा जाती है। )
अध्यापक :- कोई नहीं बताएगा .........! अच्छा तो यह सोचकर बताइए कि वह व्यक्ति कौन है जिसने बचपन बचाओ आन्दोलन के लिए नोबेल पुरुस्कार प्राप्त किया।
सभी बच्चे:- ( एक साथ ) कैलाश सत्यार्थी।
अध्यापक :- उन्होंने बच्चों के लिए क्या किया ?
यश :- गुरु जी, उन्होंने बंधुआ मजदूरी कर रहे बच्चों को मुक्त कराया तथा उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए उनके लिए शिक्षा की व्यवस्था कराई।
अध्यापक :- वैरी गुड! अब आप लोगों में से कौन बताएगा कि राष्ट्र व राष्ट्र के नागरिक किन लोगों को याद करते हैं?
महेश :- गुरु जी, जो व्यक्ति गांव, समाज व राष्ट्र की उन्नति के लिए कार्य करते हैं। समाज में फैली बुराइयों को दूर करने का प्रयास करते हैं। दीन - दुखियों की सेवा करते हैं, परोपकारी होते हैं। राष्ट्र व उसके नागरिक सदैव उसे याद करते हैं।
अध्यापक :- ठीक कहा आपने! इसलिए सभी को सदैव यह चिंतन करना चाहिए कि हम अपने गांव, समाज व राष्ट्र की उन्नति कैसे कर सकते हैं ? जिस दिन हम सभी गांव, समाज व राष्ट्र के लिए चिंतन और कार्य शुरु कर देगें, उस दिन हमारा राष्ट्र पुनः विश्व का श्रेष्ठतम् राष्ट्र होगा। अब आप लोग बताइए आप सब क्या करेंगे?
सभी बच्चे एक साथ: गुरु जी हम अपने गाँव समाज व राष्ट्र की समस्याओं को जानने का प्रयत्न करेंगे और इन समस्याओं को दूर करने में अपनी क्षमता के अनुरूप योगदान करेंगे।
अध्यापक: अच्छी बात कही आप सबने राष्ट्र को भी आप सबसे यही उम्मीद है और आप सब अपने गांव समाज और राष्ट्र की समस्याओं को दूर करने में सफल होंगे ऐसी हम सब की कामना है।
लेखक पत्रकार होने के साथ साथ कलम साधक, शिक्षाविद एवं रचनाधर्मी भी है।
🙏🙏
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