प्रयागराज में पुलिस ने वासु अपहरण मामले का खुलासा किया है। सर्वेश सिंह पटेल ने ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी की लत के कारण गंवाए 37 लाख रुपये के कर्ज को चुकाने के लिए अपने ही दोस्त वासु पटेल के अपहरण की योजना बनाई। पुलिस ने न सिर्फ वासु को आरोपियों के चंगुल से छुड़ाया, बल्कि आरोपी सर्वेश सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया। उसके दोस्तों सरवीर और अभि की तलाश की जा रही है।आरोपियों के चंगुल से छूटे वासु ने बताया कि मंगलवार 13 दिसम्बर 2022 की रात करीब 10 बजे सर्वेश सिंह ने उसे फोन कर मैरिज हॉल के पिछले गेट पर बुलाया। सर्वेश ने कहा कि गाड़ी खड़ी करनी है। वहां उसके दो दोस्त सरवीर और अभि पहले से ही कार में मौजूद थे। कार में पहले तीन आरोपियों ने उसे बीयर पिलाई। इसके बाद उसे नशीला इंजेक्शन लगाकर बेहोश कर दिया। वासु बोल नहीं सकता था, इसलिए उसके मुंह पर टेप लगाई गई और उसका गला भी रस्सी से बांध दिया गया। पीछे से हाथ बांधकर तीनों आरोपी उसे ले गए। तीनों आरोपी उसे शहर से बाहर ले जाना चाहते थे, लेकिन फाफामऊ और फिर झूंसी में पुलिस की चेकिंग देख वे डर गए और राजापुर में किराए के फ्लैट में वासु को बंधक बना लिया।
पुलिस उपायुक्त नगर संतोष कुमार मीणा ने बताया कि सर्वेश अपहृत वासु को लेकर कौशांबी जाना चाहता था। पुलिस ने प्रयागराज और कौशांबी बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर रखी थी और चेकिंग होते देख हिम्मत हार गई और पकड़े जाने के डर से वापस लौट गया। इसके बाद राजापुर में किराए के फ्लैट पर चले गए।
वासु के ही फोन से उसके पिता के फोन पर कॉल कर एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी। पूछताछ में सर्वेश ने बताया कि उसने जो फ्लैट किराए पर लिया था वह शफीकुर रहमान फारूकी से किराए पर लिया था। वह फौज से रिटायर हुए अपने पिता वीरेंद्र सिंह से ट्रेडिंग बिजनेस के लिए किराए पर यह फ्लैट लिया था।
इसी बहाने उसने अपने रिटायर्ड पिता व कुछ अन्य लोगों से 37 लाख रुपये का कर्ज ले लिया था। पिता व अन्य बकाएदार उस पर रुपये वापस लेने का दबाव बना रहे थे। इसी दबाव में सर्वेश ने अपने दोस्त वासु को अगवा करने की साजिश रची। छात्र के मुक्त होने के बाद भी परिजनों के चेहरों पर दहशत साफ देखी जा सकती थी। पुलिस ने वासु के पिता भीम सिंह पटेल, बहन वंदना और मां को भी पुलिस लाइन बुलाया था। पिता भीम सिंह ने बताया कि उनके दो बेटों में से बड़े की हादसे में पहले ही मौत हो चुकी थी।बेटे वसु के अपहरण की खबर के बाद से पूरा परिवार किसी अनहोनी की आशंका से सहम गया था । बेटे वसु के बरामद होने के बाद भी परिजनों के चेहरों पर वह डर साफ नजर आ रहा था। परिजन बार-बार प्रयागराज पुलिस का आभार व्यक्त कर रहे थे। कह रहे थे कि अगर पुलिस ने सक्रियता नहीं दिखाई होती तो उनके बेटे को मार दिया जाता।
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