प्रयागराज में सौर ऊर्जा से रोशन होंगे 20 गाँव योगी सरकार की बाबू जी कल्याण सिंह ग्राम उन्नति योजना का पहला चरण पूरा
प्रयागराज योगी सरकार प्रदेश में ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों का अधिकाधिक उपयोग करने के लिए संकल्पित है । बाबू जी कल्याण सिंह ग्राम उन्नति योजना के अंतर्गत इसकी शुरुआत प्रयागराज जनपद में भी हो गई है । इसी क्रम में प्रयागराज की 20 ग्राम पंचायतों को अब सौर ऊर्जा के माध्यम से रोशन किया जाएगा । प्रयागराज जिले में इसका पहले चरण का काम पूरा हो चुका है ।प्रयागराज जिले के 20 गांव अब शहर की तरह ही दूधिया रोशनी से जगमगायेंगे ।
प्रयागराज के यूपीनेडा के परियोजना अधिकारी मो. शाहिद सिद्दीकी बताते हैं कि बाबू जी कल्याण सिंह ग्राम उन्नति योजना के तहत इन गावों को जगमग करने के लिए इस योजना के पहले चरण का काम पूरा कर लिया गया है ।प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना में प्रयागराज जनपद में 20 ग्राम पंचायतों का चयन पूरा कर लिया गया है । जिले की हर विधानसभा से दो -दो ग्राम पंचायतो का चयन होना था जिसमे सरकार द्वारा स्ट्रीट सोलर लाइट लगाने की योजना है । इस योजना के पहले चरण में जन प्रतिनिधियों द्वारा इन गावों का चयन होना था | जनपद प्रयागराज में इस चरण को पूरा करते हुए शासन ने इन 20 गावों की सूची जारी कर दी है |
चयनित ग्राम पंचायतों में कोरांव विधानसभा से घूंघा और गजाघर , मेजा विधानसभा से बरी और सोनाई, करछना विधानसभा से से पुरैनी और लवायन , बारा विधानसभा से पांडर और गोइसरा , फाफामऊ विधानसभा से बमनपुर और सेमरा , हंडिया विधानसभा से झिरहिरी और असंवा, सोरांव विधानसभा से बीबीपुर और उधौपुर , फूलपुर विधानसभा से कनेहती , प्रतापपुर से कपसा , शहर दक्षिणी से डांडी , शहर पश्चिमी विधानसभा से चिल्ला और मदारीपुर शामिल हैं |ग्राम पंचायतों के चयन के बाद यह सूची यूपीनेडा को उपलब्ध हो चुकी है । जिलाधिकारी के माध्यम से यह सूची यूपीनेडा अनुबंधित फर्म को वर्क आर्डर के लिए जारी करेगा । जिसके बाद स्ट्रीट सोलर लाइट लगने का सिलसिला शुरू हो जाएगा । चयनित की गई ग्राम पंचायत में हर 30 घर पर एक लाइट का औसत मानक रखा गया है, जिससे कि प्रकाश की समुचित व्यवस्था हो सके। इस तरह चयन की एक ग्राम पंचायत में 10 लाइट लगाया जाएगा । लाइटों को लगाए जाने में यह भी ध्यान रखा जाएगा कि किसी निजी भूमि अथवा बाउंड्री के अंदर सोलर लाइट न लगे। इन सोलर लाइटों का पांच वर्ष तक रख-रखाव भी एक कार्यदायी संस्था ही करेगी। इसी आधार पर उस संस्था से अनुबंध किया जाएगा । विभाग वारंटी अवधि के बाद भी ग्राम पंचायत संयंत्रों की क्रियाशीलता पर लगातार निगरानी करता रहेगा ।
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