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शनिवार, 26 नवंबर 2022

लखनऊ-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर अनिश्चितकालीन धरने के तीन माह बाद भी नही हो सका निर्णय, धरनारत नेता ने जताई हत्या की आशंका

नीलांश वाटर पार्क पर अतिक्रमण और अवैध कब्जे का आरोप लगाते हुए क्षेत्रीय नेता दीपक शुक्ला किसानों को लेकर लंबे समय से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं, यह धरना दिवसों की सेंचुरी पूरी करने को हैं लेकिन शासन, प्रशासन न्यायोचित जांच कर किसी नतीजे पर नही पहुंच पाया है। सवाल यह उठता है कि अगर नीलांश वाटर पार्क वैधता के सभी मापदंडों पर खरा है तो यह धरना क्यों और अगर नीलांश वाटर पार्क अवैधता की बुनियाद पर बना है तो वह राजधानी की नाक के नीचे इतने दिन से चल रहे धरने के बावजूद बिना किसी रोक टोक के चल क्यों रहा। यह एक बहुत बड़ा और गम्भीर सवाल है।
उल्लेखनीय है कि स्वयं को भाजपा नेता, मोदी भक्त कहने वाले दीपक शुक्ला तिरंगा महाराज उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री का बड़ा पोस्टर लगाकर लगभग तीन महीनों से लखनऊ-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर इटौंज़ा क्षेत्र में नीलांश वाटर पार्क पर कब्जेदारी का आरोप लगाते हुए अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। खास बात यह है कि इस धरने पर क्षेत्रीय विधायक व भाजपा के कई बड़े नेता पहुंचकर मामले की जांच व किसानों को न्याय दिलाने का आश्वासन भी देकर आ चुके हैं, हालांकि अब तक नतीजा सिफर रहा। अब सवाल यह उठता है कि उत्तर प्रदेश से लेकर केंद्र तक भाजपा की सरकार है जिसने इटौंज़ा भाजपा का गढ़ माना जाता है। पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल बिहारी वाजपेयी के तत्कालीन संसदीय क्षेत्र में आने वाले इस क्षेत्र में इतने दिनों से हो रहे धरने पर मौजूदा सरकार की चुप्पी क्यों? 
आरोप लगाने वाले किसानों का कहना है कि नीलांश वाटर पार्क ने उनकी जमीनों पर कब्जा किया है, उनके पैरोकार तिरंगा महाराज का कहना है कि किसानों के अलावा नीलांश ग्रुप ने गोमती नदी पर भी कब्जा करके धारा मोड़ दी है। बरसात के बाद बढ़े जाड़े में धरने पर बैठे किसानो के बार बार बीमारी व संचारी रोगों की चपेट में आने की सूचना प्राप्त हो रही है जिसका इलाज क्षेत्रीय सरकारी अस्पताल कर किसानों को आरोग्यता प्रदान करने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच किसानों के पैरोकार दीपक शुक्ला ने अपनी हत्या की आशंका जताते हुए सरकार से सुरक्षा की मांग की है। दीपक शुक्ला ने कहा  है कि भ्रष्टाचार का आरोप लगाने व प्रधानमंत्री व अन्य मंत्रियों को पत्र लिख उच्चस्तरीय जांच की मांग करने के चलते नीलांश वाटर पार्क के मालिक मेरी हत्या करवाना चाहते हैं।

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