लखीमपुर खीरी। प्राइवेट मेडिकल प्रैक्टिशनर्स द्वारा जिन टीबी रोगियों का इलाज किया जा रहा है। उनकी सही और सटीक जानकारी स्वास्थ्य विभाग तक पहुंचाने का जिम्मा अब औषधि विक्रेताओं को सौंपा गया है। इसके लिए केमिस्ट एसोसिएशन की एक बैठक गोला सीएचसी में आयोजित की गई। बैठक में औषधि निरीक्षक डॉ सुनील रावत द्वारा औषध विक्रेताओं को टीबी के मरीजों का लेखा जोखा अपडेट करने के निर्देश दिए गए हैं।
जिला पब्लिक मिक्स कोऑर्डिनेटर रणजीत सिंह ने बताया कि जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ अनिल कुमार गुप्ता के निर्देश पर यह महत्वपूर्ण बैठक आहूत की गई है। बैठक में जिला औषधि निरीक्षक डॉ सुनील रावत ने औषध विक्रेताओं को निर्देशित किया कि उनके मेडिकल पर जो भी मरीज टीबी की दवा खरीदने के लिए आता है। उसका पूरा विवरण विधिवत नोट करें और इसकी रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को भेजना सुनिश्चित करें। ऐसा करके हम ना सिर्फ समाज सेवा करेंगे अपितु मरीजों की मदद भी होगी।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ अनिल कुमार गुप्ता ने बैठक के बारे में बताते हुए कहा कि तमाम ऐसे रोगी हैं जो टीबी का इलाज प्राइवेट प्रैक्टिशनर से करा रहे हैं। ऐसे में कई बार उनका डाटा भी स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं होता है। जिस कारण इनकी कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग भी नहीं हो पाती है। हालांकि क्षेत्रीय स्तर पर जिला क्षय रोग कार्यक्रम की टीम लगातार ऐसे खोजी अभियान चलाती है। जिसमें टीबी के मरीजों की खोज सहित उनके संपर्क में आए लोगों की भी जांच कराई जाती है। ऐसे में अगर औषधि विक्रेता इन मरीजों की सूची उपलब्ध करा देंगे तो स्वास्थ्य विभाग को अपने अभियान को सफल बनाने में काफी हद तक मदद मिलेगी। उन्होंने इस मामले में जिला औषधि निरीक्षक डॉ सुनील रावत के सहयोग को सराहते हुए कहा कि उनके द्वारा मिल रहे सहयोग से ना सिर्फ टीबी के मरीजों की सटीक जानकारी स्वास्थ्य विभाग को मिल सकेगी, बल्कि एक जन जागरूकता भी फेल सकेगी।
इस दौरान जिला क्षय रोग अधिकारी कार्यालय से पीपीएम रणजीत सिंह, सीएचसी गोला अधीक्षक डॉ गणेश, एसटीएस प्रदीप वर्मा, एसोसिएशन अध्यक्ष एवं सेक्रेटरी सहित केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय वर्मा सहित करीब 40 औषधि वितरक उपस्थित रहे।
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