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शुक्रवार, 28 नवंबर 2025

Lko. सम्मान की दीप्ति में अमर हुई सेवा, UP पुलिस के तीन शीर्ष अधिकारियों की प्रेरक विदाई

लखनऊ। पुलिस मुख्यालय का वातावरण भावनाओं, कृतज्ञता और गौरव की गौरवशाली आभा से सराबोर था। सेवा से सम्मान तक, यादों से विरासत तक इस अद्भुत यात्रा का साक्षी बना वह गरिमामय सभागार, जहाँ उत्तर प्रदेश पुलिस के तीन तेजस्वी अधिकारी पुलिस महानिदेशक, प्रशिक्षण उ0प्र0 तिलोत्तमा वर्मा; पुलिस अधीक्षक वाणिज्य कर उ0प्र0 प्रकाश स्वरूप पाण्डेय; तथा पुलिस अधीक्षक तकनीकी सेवाएँ उ0प्र0 शिवाजी अपने दीर्घ, अनुकरणीय एवं प्रेरणादायी सेवाकाल के उपरांत सम्मानित किए गए।
समारोह के मध्य, जब इन तीनों अधिकारियों की समर्पण भरी यात्राएँ सुनाई जा रही थीं, तो सभागार में उपस्थित हर चेहरा गर्व और भावुकता के मिश्रित भावों से भरा दिखाई दे रहा था। वरिष्ठ अधिकारियों ने अपने सम्बोधन में श्रीमती तिलोत्तमा वर्मा के साथ बीते वर्षों की स्मृतियों को साझा करते हुए उनके नेतृत्व, दूरदर्शिता और मानवीय संवेगों की खुलकर प्रशंसा की। श्रीमती वर्मा ने अपनी शांत, विनम्र, परंतु दृढ़ वाणी में अपने जीवन-पथ की चुनौतियों, उपलब्धियों और प्रेरक अनुभवों को सभी से साझा किया। उन्होंने उन सभी को धन्यवाद दिया जो उनकी इस अतुलनीय यात्रा के साथी बने पुलिस महानिदेशक उ0प्र0 से लेकर अपने सहकर्मियों, प्रशिक्षकों और बैचमेट तक। 35 वर्षों से अधिक के अपने विशिष्ट सेवाकाल में वे टिहरी गढ़वाल, हाथरस और सुल्तानपुर की पुलिस अधीक्षक रहीं। PAC, CBCID, अभिसूचना एवं प्रशिक्षण निदेशालय में उनका नेतृत्व अतिरिक्त गौरव का प्रतीक रहा। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर सीबीआई एवं यूएन मिशन में उन्होंने भारत की उत्कृष्ट कार्यकुशलता का दमखम दुनिया को दिखाया। 60,000 से अधिक आरक्षियों के प्रशिक्षण का सफल प्रबंधन उनके अद्वितीय प्रशासनिक कौशल की मिसाल है। राष्ट्रपति का पुलिस पदक, UN Peacekeeping Medal, Asia Environmental Enforcement Award 2022, Clark R. Bavin Wildlife Law Enforcement Award जैसे प्रतिष्ठित सम्मानों से अलंकृत उनका सेवाकाल प्रेरणा के स्वर्णाक्षरों में दर्ज है। वहीं श्री प्रकाश स्वरूप पाण्डेय की PPS से IPS तक की यात्रा कर्तव्य, सादगी और सेवा के अद्भुत समन्वय का उदाहरण रही। CBCID, EOW, PHQ, PAC एवं विभिन्न जनपदों में तैनाती के दौरान उनके शांत नेतृत्व और संवेदनशील कार्यशैली ने उन्हें पुलिस तंत्र का एक विश्वसनीय स्तंभ बना दिया। उनकी सेवाओं को भी कई प्रतिष्ठित पदकों एवं प्रशंसा चिह्नों से सम्मानित किया गया। श्री शिवाजी की PPS से IPS तक की 27 वर्ष से अधिक की सेवा फील्ड पोस्टिंग से लेकर तकनीकी एवं प्रशासनिक विशेषज्ञता की बहुआयामी यात्रा रही। PAC, CBCID, ACO, भर्ती बोर्ड और कमिश्नरेट कानपुर व लखनऊ में उनकी कार्यकुशलता ने पुलिस व्यवस्था में अनेक सुधारों का मार्ग प्रशस्त किया। तकनीकी सेवाओं में उनका योगदान आधुनिक पुलिसिंग की रीढ़ माना जाता है। समारोह के अंत में पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 राजीव कृष्ण ने तीनों अधिकारियों को स्मृति-चिह्न प्रदान कर उनके उज्ज्वल, स्वस्थ और सफल भविष्य की हार्दिक शुभकामनाएँ दीं। यह विदाई केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि उन वर्षों के अथक परिश्रम, अटूट निष्ठा और अदम्य साहस का उत्सव थी एक ऐसी विरासत, जो आने वाली पीढ़ियों को निरंतर प्रेरित करती रहेगी।

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