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शनिवार, 29 नवंबर 2025

पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति और शिक्षक संयुक्त राष्ट्र के एसडीजी-7 ऊर्जा रिव्यू के विशेषज्ञ रेफरेंस ग्रुप में शामिल

पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति और शिक्षक संयुक्त राष्ट्र के एसडीजी-7 ऊर्जा रिव्यू के विशेषज्ञ रेफरेंस ग्रुप में शामिल

कुलपति प्रो. राघवेंद्र प्रसाद तिवारी और प्रो. फेलिक्स बास्ट ने संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक आयोग एशिया-प्रशांत (यूएन ईएससीएपी) के ‘सस्ती एवं स्वच्छ ऊर्जा’ लक्ष्य (एसडीजी-7) के 2026 गोल प्रोफाइल रिव्यू के लिए ऊर्जा संक्रमण, ऊर्जा उपलब्धता और ऊर्जा दक्षता पर रणनीतिक इनपुट दिए।

बठिंडा, 29 नवंबर 2025: उच्च शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अगल पहचान बनाते हुए पंजाब केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयू पंजाब) ने एक और उत्कृष्ट उपलब्धि दर्ज की है। विश्वविद्यालय के दो प्रतिष्ठित प्रोफेसरों / शिक्षाविदों — कुलपति प्रो. राघवेंद्र प्रसाद तिवारी और प्रो. फेलिक्स बास्ट (विभाग: वनस्पति विज्ञान) को संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक आयोग एशिया-प्रशांत — यूनाइटेड नेशंस इकोनॉमिक एंड सोशल कमीशन फॉर एशिया एंड द पैसिफिक (यूएन ईएससीएपी) द्वारा सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल-7 (एसडीजी-7: सस्ती एवं स्वच्छ ऊर्जा) के 2026 गोल प्रोफाइल रिव्यू के विशेषज्ञ रेफरेंस ग्रुप में शामिल किया गया है। दोनों प्रोफेसरों को वैश्विक जलवायु कार्रवाई के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही तैयारी रिपोर्ट के लिए वैज्ञानिक और रणनीतिक मार्गदर्शन प्रदान किया तथा ऊर्जा संक्रमण, ऊर्जा उपलब्धता और ऊर्जा दक्षता पर रणनीतिक इनपुट दिए।

एसडीजी-7 का उद्देश्य सार्वभौमिक ऊर्जा पहुंच, स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के व्यापक उपयोग एवं ऊर्जा दक्षता में सुधार को बढ़ावा देना है।

प्रख्यात भूवैज्ञानिक, ख्यातिप्राप्त शिक्षाविद एवं पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी तथा समुद्री जीवविज्ञानी एवं अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान परिषद के एशिया-प्रशांत क्षेत्र के सलाहकार प्रो. फेलिक्स बास्ट की यूएन-ईएससीएपी में भागीदारी विश्वविद्यालय के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। इंटरनेशनल साइंस काउंसिल रीजनल फोकल पॉइंट फॉर एशिया एंड द पैसिफिक ने दोनों विशेषज्ञों के बहुमूल्य योगदान के लिए उनकी सराहना की।

एसडीजी-7 के इस अंतरराष्ट्रीय रेफरेंस ग्रुप में दुनिया के प्रमुख संस्थान — ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी, जेम्स कुक यूनिवर्सिटी, आरएमआईटी यूनिवर्सिटी, और कर्टिन यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञ भी शामिल हुए हैं। इस ग्रुप में सीयू पंजाब का प्रतिनिधित्व करते हुए, प्रो. तिवारी और प्रो. बास्ट ने महत्वपूर्ण वैज्ञानिक एवं तकनीकी विशेषज्ञता उपलब्ध कराई।

प्रो. फेलिक्स बास्ट की उपलब्धियों में भारत के अंटार्कटिक मिशन में अभियान वैज्ञानिक के रूप में योगदान, राष्ट्रपति द्वारा इंस्पायर्ड टीचर अवॉर्ड तथा शिक्षा मंत्रालय द्वारा टीचिंग इनोवेटर अवॉर्ड प्राप्त करना शामिल है।

कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी के नेतृत्व में सीयू पंजाब ने वैश्विक स्तर पर उल्लेखनीय प्रगति की है। हाल ही में विश्वविद्यालय ने टाइम्स हायर एजुकेशन – वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में 600–800 बैंड में स्थान प्राप्त किया है, जो विश्वविद्यालय के मजबूत अनुसंधान निष्पादन और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को दर्शाता है। प्रो. तिवारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी 2020) के ड्राफ्ट निर्माण में भी महत्वपूर्ण योगदान दे चुके हैं और वह पर्यावरणीय स्थिरता तथा प्रकृति-अनुकूल जीवनशैली के प्रबल समर्थक रहे हैं।

इस महत्त्वपूर्ण वैश्विक योगदान पर विचार व्यक्त करते हुए कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी ने कहा: “एसडीजी-7 जैसे महत्त्वपूर्ण वैश्विक लक्ष्य पर रणनीतिक मार्गदर्शन देना पंजाब केन्द्रीय विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है। यह सहभागिता आने वाली पीढ़ियों के लिए सतत भविष्य सुनिश्चित करने हेतु वैज्ञानिक समाधानों को आगे बढ़ाने की हमारी प्रतिबद्धता को पुष्ट करती है। राष्ट्रीय और वैश्विक रैंकिंग में हमारी निरंतर प्रगति यह दर्शाती है कि सीयू पंजाब स्वच्छ ऊर्जा पहुंच और पर्यावरणीय सुरक्षा सुनिश्चित करने में बौद्धिक नेतृत्व निभाने के लिए संकल्पित है।”

भारत की वैश्विक भूमिका पर टिप्पणी करते हुए प्रो. फेलिक्स बास्ट ने कहा: “हमारे रिव्यू से स्पष्ट होता है कि वैश्विक ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए परिवर्तनकारी नीतियों की आवश्यकता है। भारत, पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली – लाइफ़स्टाइल फॉर इन्वायरनमेंट और राष्ट्रीय सौर मिशन / नेशनल सोलर मिशन जैसे बड़े रणनीतिक प्रयासों के माध्यम से एक मिसाल स्थापित कर रहा है। व्यवहार-परिवर्तन और प्रणालीगत निवेश का यह संतुलन एशिया-प्रशांत क्षेत्र में एसडीजी-7 की पूर्ति के लिए महत्त्वपूर्ण साबित हो रहा है।”

यूएन ईएससीएपी गोल प्रोफाइल रिव्यू के अंतिम सबमिशन के साथ ही संयुक्त राष्ट्र सतत विकास पर उच्च स्तरीय राजनीतिक मंच – हाई-लेवल पॉलिटिकल फोरम ऑन सस्टेनेबल डेवलपमेंट (एचएलपीएफ) की तैयारियों को गति मिल गई है। सीयू पंजाब अनुसंधान-आधारित नीति-निर्माण, वैश्विक जलवायु कार्रवाई और सतत नवाचार को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे विश्वविद्यालय की पहचान वैज्ञानिक उत्कृष्टता, हरित विकास और जिम्मेदार नागरिकता के केंद्र के रूप में और सुदृढ़ होगी।

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