नई दिल्ली, 29 अक्टूबर 2025। हरियाणा के विकास की गाथा में आज एक नया अध्याय जुड़ गया है। धीरपुर, कुरुक्षेत्र स्थित बहुप्रतीक्षित अंतर्देशीय कंटेनर डिपो (आईसीडी) को भारत सरकार ने राजपत्र में अधिसूचित कर आधिकारिक मान्यता प्रदान कर दी है। यह घोषणा राज्य की लॉजिस्टिक्स क्षमता को नई ऊँचाइयों पर ले जाने वाला ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।
अब धीरपुर आईसीडी, प्लांट क्वारंटाइन (भारत में आयात का विनियमन) आदेश, 2003 की अनुसूची-II के अंतर्गत देश के 89 अधिसूचित कंटेनर डिपो में शामिल हो गया है।
हरियाणा के कृषि, औद्योगिक और निर्यात क्षेत्र के लिए यह डिपो एक वरदान साबित होगा। उत्तर भारत में बढ़ती परिवहन आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए, यह केंद्र न केवल आयात-निर्यात संचालन, बल्कि सीमा शुल्क निकासी, कंटेनर हैंडलिंग, और वेयरहाउसिंग सेवाओं का आधुनिक केंद्र बनेगा। इससे कुरुक्षेत्र, अंबाला, करनाल, पानीपत और आस-पास के जिलों के व्यापारियों, किसानों और उद्योगपतियों को सीधा लाभ मिलेगा।
🔹 धीरपुर आईसीडी की विशेषताएँ:
रणनीतिक स्थिति: सड़क और रेल दोनों मार्गों से उत्कृष्ट संपर्क।
समग्र लॉजिस्टिक सुविधाएँ: आयात-निर्यात कार्गो हैंडलिंग व बॉन्डेड वेयरहाउस की सुविधा।
एकीकृत सीमा शुल्क प्रणाली: त्वरित दस्तावेज़ीकरण और क्लियरेंस।
आधुनिक अवसंरचना: उन्नत कंटेनर स्टोरेज और हैंडलिंग तकनीक।
व्यापार प्रोत्साहन: गेटवे बंदरगाहों पर दबाव कम होने से निर्यात प्रक्रिया और तेज़।
यह अधिसूचना प्रधानमंत्री गतिशक्ति योजना और राष्ट्रीय लॉजिस्टिक नीति के विज़न को मूर्त रूप देती है जिसमें देश के हर कोने को कुशल, त्वरित और पारदर्शी परिवहन प्रणाली से जोड़ने का लक्ष्य है। हरियाणा के लिए यह न केवल एक आर्थिक उपलब्धि है, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में उठाया गया सशक्त कदम भी जो दिखाता है कि भारत का ग्रामीण हृदय अब वैश्विक व्यापार की धड़कनों से ताल मिला रहा है।
#HaryanaLogistics #KurukshetraDevelopment #MakeInIndia #AtmanirbharBharat #TradeInfrastructure #ICDKurukshetra
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Post Comments