Breaking

सोमवार, 14 जुलाई 2025

50 हजार के इनामी शूटर शाहरुख़ पठान का खौफनाक अंत! मुठभेड़ में ढेर

मेरठउत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने सोमवार को कुख्यात शूटर शाहरुख़  पठान  का अंत कर दिया। गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा और माफिया डॉन मुख्तार अंसारी गिरोह से जुड़े इस शूटर पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। मुजफ्फरनगर के छपार थाना क्षेत्र में देर रात हुई जबरदस्त मुठभेड़ में एसटीएफ ने मार गिराया।एएसपी बृजेश कुमार के मुताबिक, STF को  शाहरुख़  पठान की लोकेशन मिलने के बाद घेराबंदी की गई थी। बिजोपुरा तिराहे पर रोकने पर उसने पुलिस पर 10 से ज्यादा राउंड फायरिंग की। जवाबी फायरिंग में गंभीर रूप से घायल होने पर उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उसके पास से तीन पिस्टल, भारी मात्रा में कारतूस और एक ब्रेजा कार बरामद की गई है।पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक शाहरुख़  पठान पर हत्या, लूट, गैंगस्टर एक्ट और धमकी सहित 12 से अधिक गंभीर मुकदमे दर्ज थे। करीब डेढ़ साल से फरार चल रहे इस शूटर को STF लंबे समय से तलाश रही थी। शुरुआत में शाहरुख़  पठान  साइकिल पंचर की दुकान चलाता था। बाद में चोरी की वारदातों में शामिल होते हुए वह संजीव जीवा गैंग तक पहुंच गया। 2015 में बिजनौर जेल से पेशी पर आए बंदी आसिफ जाहिदा की हत्या कर उसने अपराध जगत में अपनी क्रूर पहचान बनाई। इसके बाद उसने गवाह रहे आसिफ के पिता को भी मौत के घाट उतार दिया।
कंबल व्यापारी गोल्डी की हत्या कर फैलाई थी सनसनी
2017 में हरिद्वार में कंबल व्यापारी गोल्डी की हत्या कर  शाहरुख़  पठान ने एक बार फिर से सनसनी फैला दी। इन वारदातों के बाद उस पर ₹50 हजार का इनाम घोषित कर दिया गया था। गिरफ्तार होने के बाद गोल्डी मर्डर केस में उसे उम्रकैद की सजा हुई। करीब छह महीने पहले जमानत पर बाहर आने के बाद उसने दोबारा गवाहों को धमकाना और हत्या की कोशिशें शुरू कर दीं। संभल जिले के बनियाठेर थाने में उस पर हत्या के प्रयास और धमकी देने का मामला दर्ज था।मुठभेड़ स्थल से STF को  शाहरुख़  पठान के पास से 30 एमएम बरेटा पिस्टल, 32 एमएम ऑर्डिनेंस रिवॉल्वर, 9 एमएम देसी पिस्टल, बिना नंबर की सफेद ब्रेजा कार, 7 ज़िंदा कारतूस (9 एमएम), 10 ज़िंदा कारतूस (32 एमएम), 46 ज़िंदा कारतूस (30 एमएम) और 6 खोखा कारतूस बरामद हुए। एएसपी  बृजेश कुमार ने बताया कि उसके खिलाफ हत्या, आर्म्स एक्ट, गैंगस्टर एक्ट सहित कुल 11 मुकदमे दर्ज थे। उसकी मौत से STF को बड़ी राहत मिली है, क्योंकि वह लगातार वारदातों और गवाहों को धमकाकर न्याय प्रक्रिया में बाधा डाल रहा था।फरारी और फिर खौफनाक अंत
 शाहरुख़  पठान  करीब डेढ़ साल से फरार था और STF को उसकी तलाश थी। 14 जुलाई को उसकी लोकेशन छपार थाना क्षेत्र में मिली। घेराबंदी के दौरान उसने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। जवाब में हुई मुठभेड़ में वह गंभीर रूप से घायल हुआ और अस्पताल में दम तोड़ दिया। एक दुर्दांत अपराधी का इस तरह अंत होना पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। पुलिस का मानना है कि उसकी मौत से गिरोहों के नेटवर्क को तगड़ा झटका लगेगा और गवाहों में डर का माहौल कम होगा।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Post Comments