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गुरुवार, 12 जून 2025

मुख्यमंत्री की मेहनत पर गाजीपुर में पलीता लगा रहे सरकारी कर्मी

मुख्यमंत्री की मेहनत पर गाजीपुर में पलीता लगा रहे सरकारी कर्मी, समय से कार्यालय न पहुंचने फरियादी हो रहे परेशान

गाजीपुर एक तरफ सीएम योगी सरकारी मशीनरी को सुधारने में लगे हैं। जिसके लिए सरकारी दफ्तरों में बायोमैट्रिक अटेंडेंस की व्यवस्था लागू कर दी गई है। ताकि कर्मचारी समय से कार्यालय पहुंचकर गुड गवर्नेंस और जनता की सेवा के लिए तत्पर रहें। लेकिन सरकारी कारिंदों की आदतों में कोई बदलाव नहीं आ पाया है। कर्मचारी हों या अधिकारी, वो अपना देर से आने और जल्दी जाने का पुराना ढर्रा नहीं छोड़ पा रहे हैं। इसी के तहत जिले में भी बहुत से सरकारी कर्मचारी योगी सरकार की मेहनत पर पतीला लगाने में जुटे हैं। असल में शहर के अधिकांश सरकारी कार्यालयों की स्थितियां यही बयां कर रही है। मीडिया टीम ने कोषागार विभाग का जायजा लिया। लेकिन सुबह सवा 10 बजे तक कोषागार में अधिकांश कर्मचारी उपस्थित नहीं थे। साढ़े दस बजे तक टीम के मौजूद रहने तक केवल दो कर्मचारी ही कार्यालय आए। बता दें कि मुख्यमंत्री की ओर से कर्मचारियों को नियमित रूप से कार्यालयों में उपस्थित होने के निर्देश दिये गये हैं। मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी एवं विभागाध्यक्षों को पत्र भेजकर कहा कि कार्यालय में समय से कर्मचारी पहुंचे। कोषागार में सुबह 10 बजे काम शुरू होने का नियत वक्त है। मगर बुधवार को सुबह 10 बजे जब संवाददाता ने कोषागार ऑफिस का मुआयना किया तो अफसर गायब दिखे। कुछ कर्मचारी आये थे, तो वहीं चतुर्थ श्रेणी के अधिकांश कर्मचारी अपने काम पर पहुंच चुके थे। इनके अलावा कोषाधिकारी नदारद रहे। लिपिक वर्ग के कर्मचारी साढ़े दस बजे तक गिनती के दो तीन ही पहुंचे थे। जबकि असहाय वृद्ध महिला और पुरुष जीवित प्रमाण पत्र और अन्य काम से सुबह दस बजे से पहुंचने लगे थे। कोषाधिकारी उमेश उपाध्याय ने फोन पर बताया कि शहर में जाम से कभी-कभी कर्मचारियों को आने में देर हो जाती है।

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